Home National News UGC का बड़ा फैसला: अब एक साथ दो-दो फुल टाइम डिग्री कोर्स फिजिकल मोड में करने का सुनहरा मौका

UGC का बड़ा फैसला: अब एक साथ दो-दो फुल टाइम डिग्री कोर्स फिजिकल मोड में करने का सुनहरा मौका

0
UGC का बड़ा फैसला: अब एक साथ दो-दो फुल टाइम डिग्री कोर्स फिजिकल मोड में करने का सुनहरा मौका

[ad_1]

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने छात्रों को एक साथ फिजिकल मोड में दो-दो डिग्री कोर्स पूरा करने की अनुमति दी है. जाने क्या है यूजीसी का नया गाइडलाइन.

बनाया गया: अप्रैल 13, 2022 12:30 IST

डिग्री कोर्स के लिए यूजीसी की नई गाइडलाइन

डिग्री कोर्स के लिए यूजीसी की नई गाइडलाइन

फुल टाइम डिग्री कोर्स फिजिकल मोड UGC गाइडलाइन: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने डिग्री कोर्स के संबंध में मंगलवार को एक बड़ा फैसले में घोषणा की है कि छात्र अब दो पूर्णकालिक डिग्री कोर्स  फिजिकल मोड में पूरा कर सकेंगे, यानी  छात्र अब एक साथ दो डिग्री कोर्सों की पढ़ाई कर सकेंगे.

यूजीसी ने अपने फैसले में यह स्पष्ट किया है कि इस तरह के डिग्री कोर्स करवाने का फैसला कॉलेज पर निर्भर करेगा. यह कोर्स या तो सुबह और शाम की पाली में हो सकते हैं या फिर फिजिकल मोड में तो दूसरा आनलाइन मोड में हो सकता है. या फिर दोनों कोर्स की पढ़ाई आनलाइन मोड भी हो सकती है.  इस तरह का आप्शन इसलिए रखा गया है ताकि फिजिकल मोड में  एक साथ दो कोर्सों में दाखिला लेने से छात्रों के सामने उपस्थिति का संकट ना पैदा हो जाए. यूजीसी द्वारा अगले एक-दो दिनों में इससे संबंधित विस्तृत गाइडलाइन जारी कर दी जाएगी.

उल्लेखनीय है कि इससे पहले के यूजीसी के नियम छात्रों को एक साथ दो पूर्णकालिक डिग्री कोर्स को पूरा करने की अनुमति नहीं देती है.  इससे पूर्व के यूजीसी नियम के अनुसार छात्र केवल ऑनलाइन/अल्पकालिक/डिप्लोमा पाठ्यक्रमों के साथ एक पूर्णकालिक डिग्री प्राप्त कर सकते थे.

यूजीसी द्वारा जारी यह दिशानिर्देश देश भर में सभी डिग्री कोर्स पर लागू होंगे. इस नए नियम के अनुसार अब छात्र या तो एक डिप्लोमा कोर्स और एक ग्रेजुएट (यूजी) डिग्री, दो मास्टर डिग्री, या दो ग्रेजुएट कोर्स में किसी का भी चयन कर सकते हैं. यदि कोई छात्र पोस्ट ग्रेजुएट (यूजी) की डिग्री हासिल करने के लिए पात्र है और एक अलग विषय में ग्रेजुएट डिग्री एक ही साथ करना चाहते हैं, तो वह एक साथ यूजी और पीजी डिग्री हासिल करने में सक्षम होगा. बस ध्यान रहे दोनों कोर्स के लिए कक्षा के समय में टकराव नहीं होना चाहिए.

चूंकि सभी शैक्षणिक कोर्सेज में छात्रों को परीक्षा देने में सक्षम होने के लिए कक्षा में न्यूनतम उपस्थिति की आवश्यकता होती है, इसके लिए विश्वविद्यालयों को इन पाठ्यक्रमों के लिए उपस्थिति मानदंड तैयार करना होगा.

Jagran Play

रोमांचक गेम्स खेलें और जीतें एक लाख रुपए तक कैश

[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here