Home National News JEE Mains Result: हापुड़ के जुड़वाँ भाइयों ने एक साथ टॉप किया JEE मेंस, शार्क टैंक में जाना है दोनों का सपना

JEE Mains Result: हापुड़ के जुड़वाँ भाइयों ने एक साथ टॉप किया JEE मेंस, शार्क टैंक में जाना है दोनों का सपना

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JEE Mains Result: हापुड़ के जुड़वाँ भाइयों ने एक साथ टॉप किया JEE मेंस, शार्क टैंक में जाना है दोनों का सपना

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हापुड़ के निकुंज और निपुन गोयल उन 20 स्टूडेंट्स में से एक हैं जिन्होंने ने jee मेंस की परीक्षा में 100 परसेंटाइल प्राप्त किये हैं. दोनों ने एक दूसरे को पढाई में न केवल सपोर्ट किया बल्कि प्रोत्साहित भी किया है.

जेईई मेन जुड़वा बच्चों की सफलता की कहानी

जेईई मेन जुड़वा बच्चों की सफलता की कहानी

जेईई मेन्स का रिजल्ट: JEE मेंस के जनवरी सत्र का रिजल्ट जारी हो चुका है, इस परीक्षा में देश भर से लाखों की संख्या में स्टूडेंट्स ने भाग लिया है. कुल स्टूडेंट्स में से 20 ऐसे स्टूडेंट्स हैं जिन्होंने परीक्षा में 100 परसेंटाइल प्राप्त किये हैं. इनमें यूपी के छोटे से जिले हापुड़ के दो जुड़वाँ भाई भी शामिल हैं – निकुंज गोयल और निपुन गोयल. इस परीक्षा में निपुण और निकुंज गोयल ने क्रमश: 100 और 99.99 परसेंटाइल अंक प्राप्त किए हैं. अब दोनों भाई आईआईटी में एडमिशन ले कर एक इंजीनियरिंग में एक बेहतरीन करियर बनाना चाहते हैं और उनका अगला सपना शार्क टैंक टेलीविजन शो में आने का है.

विभिन्न मीडिया हाउसों को दिए इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि कैसे दोनों ने आगे बढ़ने के लिए एक दूसरे की सहायता की. उनके अनुसार, “पिछले दो वर्षों में, हमने एक-दूसरे को पढाई के लिए पूरा सपोर्ट किया. दोनों ने अपनी स्ट्रेजी एक साथ बनाई, जिससे हमें सपोर्ट मिला. जब हम दोनों में से कोई भी किसी विषय पर फंसता था तो दूसरा उसे सपोर्ट करता था. और उसकी समस्या का समाधान करने की कोशिश करता था.” साथ ही दोनों भाइयों ने मीडिया से बातचीत में अपने सपनों को भी शेयर किया है.

कैसे की दोनों ने पढाई ?

दोनों ही भाइयों का अगला लक्ष्य आईआईटी दिल्ली या मुंबई में एडमिशन लेकर बी टेक करना चाहते हैं. दोनों भाइयों की कक्षा 10वीं से कोडिंग के प्रति रूचि अधिक रही है और दोनों इसमें ही अपना करियर बनाना चाहते हैं.

दोनों भाइयों ने कक्षा 10 के बाद से ही जेईई मेन्स की तैयारी शुरू कर दी थी. इस दौरान कोविड महामारी के कारण अप्रैल 2021 से उन्होंने ऑनलाइन पढाई शुरू की. वर्चुअल कक्षाओं ने उनके कोचिंग आने जाने के समय को बचाया. जबकि ऑफ़लाइन कक्षाओं ने उन्हें बेहतर प्रदर्शन करने में मदद की. क्योंकि ऑफ़लाइन कक्षाओं से फोकस रहने में काफी मदद मिलती है. जब आप अन्य छात्रों और शिक्षकों के साथ कक्षा में शारीरिक रूप से उपस्थित होते हैं, तो उससे आपमें अधिक अनुशासन आता है और पढाई के प्रति आपका डेडिकेशन भी बढ़ता है. जबकि ऑनलाइन कक्षाओं में इस चीज की कमी होती है. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि ऑफ़लाइन कक्षाएं आपको टीचर्स से इंटरैक्ट करने और उनका सही मार्गदर्शन प्रदान करने में सहायता करती हैं.  हैं.

शार्क टैंक में जाना है सपना

दोनों ही भाई टीवी शो शार्क टैंक देखना पसंद करते हैं हालाँकि परीक्षा के कारण उन्होंने इसका दूसरा भाग नहीं देखा है. उनका फेवरेट शार्क टैंक जज अशनीर ग्रोवर हैं. दोनों ही भविष्य में अपने स्टार्टअप के लिए शार्क टैंक में जाना चाहते हैं.

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