[ad_1]
IAS Success Story: कक्षा आठवी में ही आईएएस बनने का सपना तय करने वाली अवस्थी एक मजदूर की बेटी हैं, जिन्होंने दो बार फेल होने के बाद तीसरे प्रयास में आईएएस अधिकारी बनकर अपना सपना पूरा किया।
IAS Success Story: संघ लोक सेवा आयोग(UPSC) सिविल सेवा परीक्षा पास करना आसान नहीं है। यही वजह है इसकी तैयारी करने वाले अभ्यर्थी दिन-रात मेहनत करते हैं, लेकिन फिर भी इसमें सफलता सुनिश्चित नहीं होती है। सफलता के शिखर तक पहुंचने में कई बार युवाओं को कड़े संघर्ष की यात्रा करनी पड़ती है। आज हम आपको एक मजदूर की बेटी अवस्थी एस की कहानी बताने जा रहे हैं, जिन्हें दो बार असफलता का सामना करना पड़ा और तीसरे प्रयास में वह आईएएस अधिकारी बन गई।
आठवीं में तय कर लिया था लक्ष्य
अवस्थी एस जब कक्षा 8वीं में पढ़ रही थी, तब उन्होंने आईएएस अधिकारी बनने का निर्णय ले लिया था। उन्होंने साइंस स्ट्रीम से अपनी पढ़ाई पूरी की और इसके बाद उन्होंने तिरुवनंतपुरम में बार्टन हिल्स कॉलेज से अपनी इंजीनियिरंग की पढ़ाई पूरी की। अवस्थी एस की माता श्रीलता गृहणी और पिता प्रेमकुमार पी मजदूरी कर घर का खर्च चलाते थे।
पढ़ाई के बाद टीसीएस कोचिन में लगी नौकरी
अवस्थी एस की इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी होने के बाद टीसीएस कोचिन में एक अच्छे पैकेज पर नौकरी लग गई। ऐसे में परिवार को आर्थिक रूप से सहयोग मिलना शुरू हुआ। हालांकि, उनके मन में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा देकर आईएएस बनने का सपना था।
नौकरी छोड़ने का लिया फैसला
अवस्थी एस को अपने सपना पूरा करना था। ऐसे में उन्होंने नौकरी छोड़कर तैयारी करने का फैसला लिया। हालांकि, यह फैसला मुश्किल था, लेकिन उन्होंने तय कर लिया था कि जीवन में आईएएस ही बनना है।
पहले प्रयास में निकला प्रीलिम्स
अवस्थी एस ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयार की। इस परीक्षा में उनका प्रीलिम्स का पेपर निकल गया, लेकिन वह आगे नहीं बढ़ सकी। उन्होंने फेल होने से हार नहीं मानी, बल्कि दूसरे प्रयास के लिए खुद को तैयार किया।
दूसरे प्रयास में प्रीलिम्स में फेल
अवस्थी एस ने दूसरा प्रयास किया, लेकिन वह अपने दूसरे प्रयास में प्रीलिम्स की परीक्षा में ही फेल हो गई थी। ऐसे में प्रारंभिक परीक्षा में फेल होने की वजह से उनका मनोबल टूट गया था। उन्होंने हिम्मत नहीं हारी, क्योंकि वह नौकरी भी छोड़ चुकी थी। ऐसे में उन्होंने फिर से तैयारी करने का निर्णय लिया।
तीसरे प्रयास में बनी आईएएस अधिकारी
अवस्थी एस ने तीसरे प्रयास में खुद की कमियों पर काम किया और टाइम टेबल के साथ पढ़ाई पर फोकस रखा। उन्होंने तीसरे प्रयास में प्रीलिम्स, मेंस और इंटरव्यू को पास करते हुए फाइनल लिस्ट में जगह बनाई।
सफलता मिलने पर रात दो बजे तक आते रहे फोन
अवस्थी एस को जब पता चला कि उन्होंने परीक्षा को पास कर लिया है, तब उन्हें विश्वास नहीं हुआ। हालांकि, सफलता मिलने के बाद घर पर बधाई देने वालों का तांता लग गया और देर रात दो बजे तक फोन पर बधाई देने का सिलसिला चलता रहा।
पढ़ेंः IAS Success Story:दो बार प्रीलिम्स में हुई फेल, तीसरे प्रयास में IAS बनी डॉ. अंशु प्रिया
[ad_2]
Source link