Home National News IAS Success Story: भविष्य देसाई ने 55 लाख रुपये का छोड़ा पैकेज, दो साल घर में पढ़ाई कर बने IAS अधिकारी

IAS Success Story: भविष्य देसाई ने 55 लाख रुपये का छोड़ा पैकेज, दो साल घर में पढ़ाई कर बने IAS अधिकारी

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IAS Success Story: भविष्य देसाई ने 55 लाख रुपये का छोड़ा पैकेज, दो साल घर में पढ़ाई कर बने IAS अधिकारी

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IAS Success Story: भविष्य देसाई ने अपना यूपीएससी सिविल सेवा का सपना पूरा करने के लिए 55 लाख रुपये का पैकेज ठुकरा दिया था। वहीं, उन्होंने घर में दो साल तैयारी कर आईएएस बनकर अपना सपना पूरा किया।

आईएएस भविष्य देसाई

आईएएस भविष्य देसाई

IAS Success Story: संघ लोक सेवा आयोग(UPSC) सिविल सेवा की परीक्षा देशभर में कठिन परीक्षाओं में शामिल है। इसके साथ ही यह देश की सबसे प्रतिष्ठित सेवा है। यही वजह है कि इस परीक्षा के लिए युवा कार्पोरेट सेक्टर में लाखों रुपये का पैकेज छोड़कर तैयारी करते हैं। इस परीक्षा में सफलता सुनिश्चित नहीं होती है, लेकिन फिर भी युवा इस परीक्षा की तैयारी करते हैं और सफलता के इंतजार में रहते हैं। आज हम आपको भविष्य देसाई के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद लाखों रुपये का पैकेज लेने के बजाय सिविल सेवा की तैयारी पर ध्यान दिया और दो साल की तैयारी के बाद आईएएस अधिकारी बन गए। इस लेख के माध्यम से हम उनकी कहानी के बारे में जानेंगे।

भविष्य देसाई का परिचय

भविष्य देसाई मूलरूप से राजस्थान के रहने वाले हैं। उन्होंने अपनी 10वीं तक की स्कूली शिक्षा अजमेर से ही पूरी की, जिसके बाद उन्होंने 11वीं और 12वीं की शिक्षा कोटा शहर से पूरी की। इसके बाद इंजीनियरिंग की परीक्षा पास कर आईआईटी कानपुर में दाखिला लिया। यहां से उन्होंने कंप्यूटर साइंस में बीटेक की डिग्री हासिल की।

इंजीनियरिंग के बाद ठुकराया 55 लाख का ऑफर

आईआईटी से इंजीनियरिंग करने के बाद भविष्य को गुड़गांव आधारित एक आईटी कंपनी में 55 लाख रुपये का पैकेज मिल रहा था, जबकि उन्होंने इतने बड़े पैकेज को छोड़कर सिविल सेवा में जाने का मन बनाया। हालांकि, यह फैसला आसान नहीं था, लेकिन उन्होंंने अपने आईएएस के लक्ष्य को पाने के लिए पैकेज को ठुकराना सही समझा।

दो साल में घर में रहकर की तैयारी

भविष्य ने नौकरी करने के बजाय घर में रहकर सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू की। उन्होंने दो सालों तक निर्धारित टाइम टेबल के साथ परीक्षा की तैयारी करना शुरू किया। वहीं, तैयारी के दौरान उन्होंने मोबाइल से भी दूरी बना ली थी, जिससे तैयारी पर पूरा ध्यान दिया जा सके। वह अपने दिन का अधिकांश समय अपने कमरे में ही रहकर तैयारी करने में बिताते थे।

29वीं रैंक हासिल कर बने आईएएस

भविष्य देसाई ने पूरी तैयारी के साथ सिविल सेवा परीक्षा दी और उन्होंने 29वीं रैंक के साथ आईएएस अधिकारी बनकर अपना सपना पूरा किया।

पिता हैं असिस्टेंट प्रोफेसर

भविष्य देसाई के पिता गोपाराम देसाई एमडीएस विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं। भविष्य ने मीडिया में दिए एक साक्षात्कार में बताया कि जब भी वह पढ़ाई के दौरान आत्मविश्वास की कमी महसूस करते थे, तब उनके माता-पिता उनका हौंसला बढ़ाते थे।

हम आशा करते हैं कि आपको भविष्य की कहानी पसंद आई होगी। इसी तरह की अन्य सक्सेस स्टोरी पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।

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