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रिपोर्ट- अभिषेक रंजन
मुजफ्फरपुर. प्रोफेसर की नौकरी छोड़कर बिजनेस का रिस्क लेने वाले शिवराज आज बिहार के चर्चित मछली कारोबारी हैं. तकरीबन 87 एकड़ जमीन में जयंती रोहू और अमोरकात जैसी मछली का उत्पादन करने वाले शिवराज का सलाना 3 करोड़ रुपये का कारोबार है. मछली उत्पादन के क्षेत्र में शिवराज को कई राष्ट्रीय स्तर पर भी पुरस्कार मिल चुका है. शिवराज मछली उत्पादन के साथ-साथ कृषि अध्ययन के छात्रों को मछली उत्पादन का गुर भी सिखाते है.
बंगाल में लगी थी लेक्चरर की नौकरी
शिवराज की नौकरी बंगाल के फिशरी कॉलेज में लेक्चरर की तौर पर लगी थी. लेकिन शिवराज का इरादा हमेशा से कुछ अपना और बड़ा करने का था. इसलिए नौकरी लगने के तीन महीना बाद ही उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी. उन्होंने अपना ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन दोनों हो फिशरी साइंस में किया. इसके बाद बंगाल के ही फिशरी कॉलेज में नौकरी लग गई. लेकिन शिवराज को तो बनना था मछली के दुनिया का बड़ा कारोबारी और यही ललक शिवराज को खींच लाया वापस बिहार. मुजफ्फरपुर के बंदरा प्रखंड के मूतलुपुर में शिवराज अपना बाबा मत्स्य है. चरी कॉम्प्लेक्स तकरीबन 87 एकड़ में चलाते हैं. शिवराज के पास तकरीबन 27 बड़े-बड़े तालाब हैं. इन तालाबों में हर प्रकार की मछलियां पालते हैं.
एक एकड़ जमीन से सालाना 2 लाख की कमाई
मछली उत्पादन के दिशा में शिवराज को कई राष्ट्रीय स्तर पर भी पुरस्कार मिल चुका है. शिवराज मछली उत्पादन के साथ- साथ कृषि अध्ययन के छात्रों को मछली उत्पादन के गुर भी सिखाते हैं. शिवराज ने बताया कि मछली उत्पादन सबसे बेहतरीन कारोबार में से एक है. युवा इस कारोबार से एक एकड़ जमीन से तकरीबन 2 लाख रुपये सलाना की कमाई कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि मछली का डिमांड कभी कम नहीं होने वाला है. इस काम में युवा अपना भाग्य आजमा कर बहुत अच्छी कमाई कर सकते हैं.
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प्रथम प्रकाशित : 20 नवंबर, 2022, दोपहर 12:27 IST
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