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अभिषेक रंजन
मुजफ्फरपुर. बिहार के मुजफ्फरपुर में रमजान की रौनक हर चौक-चौराहे पर दिख रही है. रमजान में लच्छा सेवई का अपना महत्व है. इस कारण रोजेदारों के बीच इसकी खूब मांग होती है. मुजफ्फरपुर के पक्की सराय चौक स्थित हिंदुस्तान लच्छा सेवई बेहद चर्चित है. दुकान के मालिक मो. एजाज बताते हैं कि उनकी दुकान 50 साल पुरानी है. पहले उनके पिता इसको चलाते थे, जिसे अब वो आगे बढ़ा रहे हैं. उन्होंने कहा कि उनकी दुकान पर कई तरह के लच्छे मिलते हैं. इसमें घी और रिफाइंड ऑयल में तैयार लच्छा भी शामिल है. इसके अलावा, वो बनारसी लच्छा भी बेचते हैं.
मो. एजाज ने बताया कि उनके पास भुना सेवई, बनारसी सेवई, मझौला समेत कई प्रकार की सेवइयां उपलब्ध हैं. उनकी दुकान का घी का लच्छा काफी मशहूर है. यह 460 रुपया प्रति किलो की दर से बिकता है. इसके अलावा, माकूती लच्छा 200 रुपए प्रति किलो की दर से मिलता है. जबकि, साधारण लच्छा 180 रुपए प्रति किलो की दर से बिकता है. मो. एजाज ने बताया कि वो खुदरा बिक्री के साथ-साथ होलसेल का भी काम करते हैं. होलसेल में माकूती लच्छा 12 हजार रुपये क्विंटल, और साधारण लच्छा 11 हजार रुपये क्विंटल के हिसाब से बेचते हैं.
हर दिन बनाते हैं 6 क्विंटल लच्छा
एजाज कहते हैं कि रमजान के दौरान माकूति लच्छा की मांग काफी बढ़ गई है. दूध में मिलाने के बाद माकूति लच्छा अच्छी तरह से घुल जाता है. इसका स्वाद अन्य लच्छा से अलग है. छोटा लच्छा होने के कारण लोग इसे ज्यादा पसंद करते हैं. उन्होंने बताया कि उनकी दुकान 50 साल से मुजफ्फरपुर में है. यही कारण है कि पुराने लोग भरोसे के साथ इसे खरीदते हैं. उन्होंने बताया कि रमजान में उनकी दुकान पर रोजाना छह क्विंटल लच्छा बनाया जाता है.
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पहले प्रकाशित : 04 अप्रैल, 2023, शाम 5:47 बजे IST
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