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मुजफ्फरपुर समेत चार जिलों की पुलिस के लिए चुनौती बना कुख्यात अपराधी नथुनी सहनी को आखिरकार जिला पुलिस ने दबोच लिया। उसे साहेबगंज थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। वह साहेबगंज थाना क्षेत्र के हुस्सेपुर दोबन्धा गांव का रहने वाला है।
जब पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए जाल बिछाया और आगे बढ़ी तो खुद को फंसता देख उसने फायरिंग करना शुरू कर दिया। अचानक हुए हमले से पुलिस को पीछे हटना पड़ा। लेकिन, चारों तरफ से घेराबंदी होने के कारण वह भाग नहीं सका।
इसके बाद एक रणनीति के तहत पुलिस ने आगे बढ़कर उसे दबोच लिया।
कुख्यात नथुनी पिछले 26 वर्षों से लगातार अपराध की दुनिया में सक्रिय है। पुलिस रिकॉर्ड में उसके खिलाफ सबसे पहले 1996 में आपराधिक कांड दर्ज किया गया था।
इसके बाद से वह लगातार डकैती, हत्या, लूट समेत अन्य संगीन वारदातों को अंजाम देता रहा। मुजफ्फरपुर के अलावा छपरा, मोतिहारी और गोपालगंज जिले में भी उसने लूट की घटनाओं को अंजाम दिया है।
वहां की पुलिस भी उसे तलाश कर रही थी। इस दौरान वह कई बार जेल भी गया। जेल से जमानत पर छूटकर बाहर निकला। फिर वह अपराध की दुनिया मे सक्रिय हो गया।
वर्ष 2019 से वह जमानत पर जेल से बाहर था। उस समय भी उसने साहेबगंज में रामायण सहनी की हत्या कर दी थी। तीन साल से वह पुलिस से छुपकर रहता है। लेकिन, आखिरकार उसे गिरफ्तार करने में पुलिस को कामयाबी मिली।
उक्त बातों की जानकारी SDPO राजेश शर्मा ने दी। उन्होंने कहा कि उसके पास से देसी कट्टा, गोलियां, मादक पदार्थ और एक बाइक बरामद हुई है। उसे जेल भेजने की कवायद की जा रही है। इसके लिए साहेबगंज थानेदार अनूप कुमार को पुरस्कृत करने के लिए वरीय अधिकारियों से अनुशंसा करने की बात भी कही है।
दियारा में बना रखा था ठिकाना
नथुनी साहनी पिछले तीन वर्षों से साहेबगंज के दियारा क्षेत्र में छूपकर रहता था। SDPO ने बताया कि कई बार उसकी गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी की गई। लेकिन, वह पुलिस के पहुंचने से पहले ही फरार हो जाता था।
उसने अपना ठिकाना भी एकदम दियारा और नदी के बीच मे बनाकर रखा था। इसलिए जबतक पुलिस वहां तक पहुंचती थी। वह भागने में सफल रहता था। लेकिन, इस नार वह अपने अड्डे से बाहर निकला और पकड़ा गया। पुलिस लगातार सूचना संकलित कर रही थी। इसी का नतीजा रहा कि वह पकड़ा गया।
अपराध के साथ करने लगा शराब का धंधा
पिछले तीन वर्षों से वह शराब का धंधा करने में भी जुटा हुआ था। दूसरे प्रदेशों से शराब की खेप मंगवाता और दियारा में अनलोड करता था। यही से फिर इलाके में सप्लाई करवाता था। इसके अलावा वह अपना मुख्य पेशा भी नहीं छोड़ रहा था।
पुलिस रिकॉर्ड में आखिरी आपराधिक कांड वर्ष 2020 में दर्ज किया गया था। उसने डकैती की वारदात को अंजाम दिया था। जिसके बाद से वह फरार था। इस घटना के बाद उसने अपना अधिकांश ध्यान शराब के धंधे में लगा दिया था।
नक्सलियों को भी देता था संरक्षण
नथुनी का नक्सली कनेक्शन भी सामने आ गया था। पूछताछ में उसने नक्सलियों को संरक्षण देने की बात स्वीकार की है। दियारा इलाके में वह नक्सलियों को सुरक्षित ठिकाना पर रखता था।
उसके कई नक्सलियों से सम्पर्क होने की बात भी पता लगी है। इसी आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।
19 आपराधिक कांड दर्ज
SDPO ने बताया की उसके खिलाफ वर्ष 1996 से लेकर 2020 तक 19 आपराधिक केस सिर्फ साहेबगंज थानां में दर्ज है। इसके अलावा मोतिहारी, गोपालगंज और छपरा में भी कई मामले हैं।
वहां की पुलिस ने भी इसकी गिरफ्तारी के बाद संपर्क साधा है। अन्य जिलों के थानों में दर्ज मामलों में वहां की पुलिस भी इसे रिमांड करने में जुट गई है। फिलहाल उसे आर्म्स एक्ट और NDPS एक्ट में जेल भेजा जा रहा है। अन्य मामलों की फ़ाइल खंगाली जा रही है। कुछ केस में तो वह चार्जशीटेड भी है।
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