[ad_1]
अभिषेक रंजन
मुजफ्फरपुर. नई शिक्षा नीति के तहत हो रहे बदलाव और शिक्षा में नवीनीकरण का असर दिखना शुरू हो गया है. अब छात्रों को केवल सिलेबस की चीजें ही नहीं पढ़ाई जाएंगी, बल्कि उन्हें बौद्ध धर्म का इतिहास भी बताया जाएगा. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यानी यूजीसी का मानना है कि यूनिवर्सिटी से जुड़े छात्रों को बौद्ध समेत इतिहास से रूबरू होना बेहद जरूरी है. भारत के समृद्ध इतिहास को छात्रों के बीच रखने के इस प्रयास के तहत यूजीसी ने स्वयं पोर्टल पर ऑनलाइन बौद्ध के इतिहास की क्लास शुरू की है.
नई शिक्षा नीति और स्वाध्याय को बढ़ावा देने के लिए चलने वाले एजुकेशनल पोर्टल पर स्वयं यूजीसी द्वारा इस कोर्स को लॉन्च किया गया है. बता दें कि, Swayam पोर्टल यूजीसी के द्वारा संरक्षित है और इस पर छात्रों को ऑनलाइन माध्यम से शिक्षा प्रदान किया जा रहा है. इस बीच यूजीसी ने स्वयं पोर्टल पर बौद्ध इतिहास से संबंधित कोर्स को लॉन्च किया है. इसके माध्यम से यूजीसी का उद्देश्य है कि विद्यार्थियों को बौद्ध इतिहास और पाली भाषा के उदय के संदर्भ में बताया जाये. साथ ही छात्रों में बौद्ध दर्शन का भी ज्ञान हो.
विद्यार्थियों को मिलेगा क्रेडिट स्कोर
यूजीसी के द्वारा जारी नई शिक्षा नीति में ऑनलाइन कोर्स करने वाले विद्यार्थिय को क्रेडिट स्कोर भी दिया जाएगा. बिहार विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रो. रामकृष्ण ठाकुर ने बताया कि नई शिक्षा नीति के तहत जारी यह कोर्स बेहद लाभकारी है. इस संदर्भ में सूचना प्राप्त हुई है. इसके लिए छात्रों को प्रेरित किया जा रहा है. साथ ही सभी महाविद्यालय के प्राचार्यों को चिट्ठी लिखकर इस बात से अवगत कराया जाएगा. उन्होंने बताया कि स्वयं पोर्टल के माध्यम से छात्र इस कोर्स को पूरा करें. यह कोर्स ऑनलाइन मोड में चलाया जाएगा. इसलिए छात्रों को इस विषय में जागरूक करना भी बेहद आवश्यक है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
टैग: बिहार शिक्षा, बिहार के समाचार हिंदी में, Muzaffarpur news, नई शिक्षा नीति, यूजीसी
पहले प्रकाशित : 24 जनवरी, 2023, 18:34 IST
[ad_2]
Source link