[ad_1]
रिपोर्ट – अभिषेक रंजन
मुजफ्फरपुर. किताबों को सहेज कर रखना भी एक अद्भुत कला है. लाइब्रेरी में किताबें अगर व्यवस्थित तरीके से ना रखी गई हो तो उन किताबों से किसी का भला नहीं हो सकता है. लेकिन जब लाइब्रेरी में किताब व्यवस्थित तरीके से रखी गई हो तो छात्र ही नहीं कोई भी आकर सेकेंडों में अपनी पसंद की किताब छांट लेता है.
सीडैक और एलपीए के द्वारा मुंबई में कोल-2023 अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया था, जिसमें देशभर से लाइब्रेरी विशेषज्ञ शामिल हुए थे. यहीं पर मुजफ्फरपुर के BRA बिहार यूनिवर्सिटी के डॉ. कौशल किशोर को एक्सीलेंट लाइब्रेरियन के खिताब से नवाजा गया. डॉ. कौशल को यह अवार्ड मिलने के बाद विश्वविद्यालय में भी प्रसन्नता है.
लाइब्रेरियन को सभी पुस्तकों का होना चाहिए आंशिक अनुभव
मुंबई में आयोजित यह पुरस्कार डॉ. कौशल किशोर को देश के प्रसिद्ध लाइब्रेरी विशेषज्ञ की मौजूदगी में दिया गया. राष्ट्रीय स्तर पर अवार्ड मिलने के बाद बिहार विश्वविद्यालय के कुलपति हनुमान प्रसाद पांडे ने डॉ. कौशल किशोर को बधाई दी. डॉ. कौशल किशोर ने बताया कि लाइब्रेरी विज्ञान ज्ञान के संदर्भ में एक बड़ा विषय है.
एक लाइब्रेरियन के लिए सभी पुस्तकों का आंशिक अनुभव होना आवश्यक होता है. हर विषय से परिचय, किताब और लेखकों को ही अपने जीवन का सबसे बड़ा अंग बना लेना चाहिए. डॉ कौशल बताते हैं कि बिहार यूनिवर्सिटी में रहते हुए यह पुरस्कार पाने से यहां के लोगों में इस विषय के प्रति रुचि बढ़ेगी. साथ ही लाइब्रेरी साइंस को समझने जानने की प्रेरणा भी मिलेगी.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
टैग: बिहार के समाचार, Muzaffarpur news
पहले प्रकाशित : 27 जनवरी, 2023, दोपहर 2:09 बजे IST
[ad_2]
Source link