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अभिषेक रंजन
मुजफ्फरपुर. जमे पानी में उगने वाले जलकुंभी का इस्तेमाल किसान आलू की खेत में करते हैं. इसके अलावा छोटे-छोटे बच्चे इसके पत्ते से सीटी भी बनाते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि जलकुंभी से सेनेटरी पैड भी बनाया जा सकता है. जी हां! मुजफ्फरपुर के मनियारी हाई स्कूल की छात्रा सलोनी ने जलकुंभी से सेनेटरी पैड बनाया है. सलोनी के द्वारा बनाए गए सेनेटरी पैड की अहमदाबाद में आयोजित बाल विज्ञान कांग्रेस में सराहना भी की गई. जलकुंभी से सेनेटरी पैड बनाने का सलोनी का आइडिया बिल्कुल नया है.
चार रुपए का आता है खर्च
सलोनी बताती है कि सेनेटरी पैड हर एक महिला की जरूरत है. कम से कम कीमत पर इसे बाजार में उपलब्ध होना चाहिए. इसी सोच के साथ यह सेनेटरी पैड तैयार किया गया है. सलोनी बताती है कि उन्हें एक सेनेटरी पैड बनाने में तकरीबन 4 का खर्च आता है. सलोनी ने बताया जलकुंभी जलीय जीवों के लिए बहुत नुकसानदायक है. वह बताती है कि उनकी विज्ञान शिक्षिका अलका राय के माध्यम से पता चला कि जलकुंभी एक बहुत अच्छा अवसोशी है. इसके बाद सलोनी जलकुंभी से सेनेटरी पैड बनाने की जुगत में अपनी मैडम अलका राय के साथ जुट गई और आखिर में सेनेटरी पैड तैयार कर ही लिया.
मार्केट में उपलब्ध कराने की है योजना
सलोनी बताती है कि आमतौर पर बाजार में बिकने वाले सेनेटरी पैड बहुत महंगे होते हैं, जिसे मशीनों से बनाया जाता है. मशीन नहीं होने के कारण यह सेनेटरी पैड हाथ से तैयार किया गया है. सलोनी का सपना है कि आगे इसमें सुधार कर इसे बाजार में उपलब्ध कराया जाए.
शिक्षिका अलका राय ने बताया कि सलोनी बहुत ही समझदार छात्रा है. अलका बताती हैं कि शिक्षिका के तौर पर बच्चों की जिज्ञासु देखना अच्छा लगता है. ऐसे में सलोनी जैसी छात्रा ने जब जलकुंभी से सेनेटरी पैड बनाकर विद्यालय का नाम रोशन किया, तो इससे अन्य छात्रों को भी प्रेरणा मिलेगी.
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पहले प्रकाशित : 23 फरवरी, 2023, 17:55 IST
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