Home Muzaffarpur Mock drill: भूकंप आने पर मुजफ्फरपुर के पेट्रोल पंप पर मची अफरा-तफरी, सूझबूझ से नुकसान को किया कम

Mock drill: भूकंप आने पर मुजफ्फरपुर के पेट्रोल पंप पर मची अफरा-तफरी, सूझबूझ से नुकसान को किया कम

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Mock drill: भूकंप आने पर मुजफ्फरपुर के पेट्रोल पंप पर मची अफरा-तफरी, सूझबूझ से नुकसान को किया कम

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रिपोर्ट – अभिषेक रंजन

मुजफ्फरपुर. मुजफ्फरपुर में भारत पेट्रोलियम के पेट्रोल पंप पर एक बाइक में पेट्रोल लेने के दौरान भूकंप आ गया. अफरातफरी में बाइक गिर गई और पेट्रोल लीक होने लगा. वायर में शॉर्ट सर्किट होने से वहां आग लग गई. पास में ही एक बीपीसीएल ऑयल टैंकर खड़ा था, जो हादसे की चपेट में आ गया. हालांकि मौके पर सूझबूझ का परिचय देते हुए हादसे को बढ़ने से रोक दिया गया.

आप सोच रहे होंगे कि मुजफ्फरपुर में भूकंप कब आया. तो चलिए, हम आपकी जिज्ञासा को शांत करते हैं. असल में इस शहर में न भूकंप आया और न ही किसी पेट्रोल पंप पर आग लगी. यह सीन भूकंप आने के बाद बचाव को लेकर लोगों को जागरूक करने का मॉक ड्रिल था, जिसे आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से आयोजित किया गया.

आग लगते ही पेट्रोल पंप के सभी कर्मी हो गए एक्टिव

दरअसल इन दिनों मुजफ्फरपुर में भूकंप सुरक्षा सप्ताह मनाया जा रहा है. भूकंप और अगलगी के दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए, इसको लेकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है.ऐसा होता देख पहली प्रतिक्रिया पेट्रोल पंप परिचारक की थी जो आग स्थल पर 9 किलो अग्निशामक यंत्र को प्रयोग करता है. लेकिन आग पर काबू नहीं पाया जा सका.

बीपीसीएल टैंकर चालकों ने अपने संयंत्रों को आपातकालीन बैकअप के लिए सूचित किया और पेट्रोल पंप प्रबंधक ने अपने फील्ड अधिकारी, अन्य जिला अधिकारियों, पुलिस, दमकल और अस्पताल को सूचित किया. पेट्रोल पंप प्रबंधक ने मदद के लिए जिला आपदा नियंत्रण कक्ष को भी सूचित किया.

एलपीजी बॉटलिंग प्लांट और बीपीसीएल ऑयल डिपो से अग्निशमन दल मौके पर पहुंचा, लेकिन तब तक आग की तीव्रता पर काबू नहीं पाया जा सका. फिर, आईओसीएल और बीपीसीएल की टीमों ने शुरू में आग पर काबू पाने की कोशिश की. तेल में आग लगने के कारण बीपीसीएल के सुरक्षा अधिकारी ने जिला अधिकारियों के आने तक इंसीडेंट कमांडर का पद संभाला.

फोम का छिड़काव कर आग पर किया कंट्रोल

जिला स्तरीय अधिकारियों के आगमन पर ड्रिल को ऑफ साइट ड्रिल घोषित किया गया और उप विकास आयुक्त चीफ इंसीडेंट कमांडर की जिम्मेदारी संभाली तथा बीपीसीएल के सेफ्टी ऑफिसर ने मुख्य सेफ्टी ऑफिसर का दायित्व संभाला और उप विकास आयुक्त के दिशानिर्देश में सभी रिस्पांस टीमों ने संयुक्त प्रयास कर तथा नोजल से फोम का छिड़काव कर आग पर नियंत्रण स्थापित कर लिया गया.

हालांकि रिस्पांस टीमों को भूकंप के प्रभाव से कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. इस क्रम में चलाए गए सर्च ऑपरेशन में 2 व्यक्ति घायल पाए गए, जिन्हें एसडीआरएफ व बीपीसीएल की टीम द्वारा सुरक्षित बाहर निकालते हुए प्राथमिक उपचार किया गया और फिर एंबुलेंस की मदद से अस्पताल पहुंचाया गया.

‘रेगुलर प्रेक्टिस से कम किया जा सकता है खतरा’

मौके पर डीडीसी आआशुतोष द्विवेदी ने कहा कि भूकंप एक ऐसी आपदा है जिसका पूर्वानुमान नहीं किया जा सकता है. भूकंप में अन्य आपदाओं की पुनरावृति की संभावना भी बहुत अधिक रहती है. इसलिए ऐसी परिस्थितियों से निपटने के लिए रिस्पांस टीमों द्वारा नियमित अभ्यास बेहद आवश्यक है. इससे अंतर विभागीय समन्वय बेहतर होता है तथा रिस्पांस की गुणवत्ता बेहतर होने से संभावित क्षति कम होती है. इस दौरानमो. साकिब खान और कृष्णा कुमार भी सहयोग में मौजूद थे.

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