[ad_1]
मुजफ्फरपुर से निवर्तमान MLC सह JDU के प्रत्याशी दिनेश प्रसाद सिंह से एक करोड़ की रंगदारी मांगी गई है। रुपए नहीं देने पर उन्हें AK-47 से भूनकर हत्या करने की धमकी भी मिली है। मामला संज्ञान में आते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। घटना को लेकर पूर्व MLC के निजी सचिव पारू थाना के कर्मवारी गांव के चंद्रभूषण कुमार ने सोमवार को सदर थाने में FIR दर्ज कराई है।
बताया जा रहा कि MLC के मोबाइल 4 फरवरी 2:17 बजे एक अनजान नंबर से धमकी भरा मैसेज आया था। कुछ देर बाद उसी नंबर से कॉल भी आया। कॉल करने वाले ने मैसेज पढ़ने की बात कही। इसके बाद कॉल काट दिया गया।
उनके निजी सचिव चंद्रभूषण ने मैसेज पढ़ा। उसमें लिखा था, ‘पुलिस को सूचना देने पर अंजाम बुरा होगा। एक करोड़ रंगदारी चाहिए। जगह मैं तय करूंगा।’ साथ ही उसने एक नंबर और फूलदेव भगत नामक व्यक्ति से बात करने के लिए भी लिखा गया था। साथ ही जरा सी चालाकी करने पर बीबीगंज स्थित घर पर पहुंच कर AK-47 से हत्या कर देने की धमकी दी गई थी।
MLC पद के प्रबल दावेदार
दिनेश प्रसाद सिंह 3 बार MLC रह चुके हैं। पहली बार वे निर्दलीय MLC बने थे। दूसरी व तीसरी बार JDU के सिंबल पर उन्होंने चुनाव जीता था। चौथी बार भी वे चुनाव मैदान में हैं।
इस बार भी MLC पद के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। उन्हें इस बार JDU ने अपना उम्मीदवार बनाया है। वहीं उनके सामने RJD ने बाहुबली शंभु सिंह को मैदान में उतारा है।
CDR व टावर लोकेशन खंगाल रही पुलिस
सदर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। जिस नंबर से धमकी भरा कॉल आया था, उसका कॉल डाटा रिकॉर्ड (CDR) और टावर लोकेशन खंगाला जा रहा है। केस का IO प्रशिक्षु दारोगा ललन कुमार को बनाया गया है।
SSP जयंतकांत खुद पूरे मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। उन्होंने एक विशेष टीम का गठन किया है। विशेष पुलिस टीम ने रंगदारी व हत्या करने की धमकी भेजने वाले मोबाइल नंबर की सीडीआर व टावर लोकेशन खंगालना शुरू कर दिया है।
खुफिया विभाग भी जता चुकी है आशंका
खुफिया विभाग ने भी दिनेश प्रसाद सिंह के एक प्रत्याशी के साथ चुनावी रंजिश में विवाद होने की आशंका व्यक्त की थी। इसके बाद से पुलिस महकमा अलर्ट मोड में है। दो साल पूर्व भी उन्हें मोबाइल पर धमकी मिल चुकी है।
बता दें कि 4 अप्रैल को MLC का चुनाव होने वाला है। एक तरफ कद्दावर दिनेश सिंह हैं तो दूसरी तरफ बाहुबली शंभु सिंह। शंभु का नाम MLC पद के लिए सामने आने के बाद से मुजफ्फरपुर में कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गई थी।
[ad_2]