[ad_1]
शिक्षा विभाग की घोषणा के 10 महीने बीतने के बाद भी मुजफ्फरपुर के 14 हजार शिक्षकों को वेतन वृद्धि का लाभ नहीं मिला है। इसे लेकर जिला प्राथमिक शिक्षक संघ ने मोर्चा खोल दिया है।
संघ ने सीएम और शिक्षा मंत्री को अनुरोध पत्र भेजा है। इसमें उन्होंने 15 फीसदी बढ़ोतरी के साथ शिक्षकों को जल्द लाभ दिए जाने की मांग की है। अगर ऐसा नहीं होता है तो शिक्षक आंदोलन करेंगे।
संघ ने कहा है कि पिछले दिनों शिक्षकों के राज्यव्यापी हड़ताल के दौरान हुए समझौते के तहत राज्य सरकार की ओर से शिक्षकों को एक अप्रैल 2021 से 15 फीसदी वेतनवृद्धि का लाभ मिलना था।
बावजूद इसके जिले के शिक्षक इसका इंतजार कर रहे हैं। शिक्षक संघ के संगठन सचिव पवन कुमार प्रतापी ने कहा, शिक्षा विभाग की ओर से एनआईसी के ऑनलाइन कैलकुलेटर सॉफ्टवेयर पर जिले के 14 हजार शिक्षकों का डाटा अपलोड किया गया है।
शिक्षा विभाग की ओर से 2 हजार शिक्षकों के डाटा को डिजिटल सिग्नेचर के लिए स्वीकृति प्रदान की है। इसके लिए आखिरी समय सीमा 27 जनवरी निर्धारित की गई थी, लेकिन अब तक 12 हजार शिक्षकों का डाटा पर डिजिटल सिग्नेचर नहीं होना विभागीय उदासीनता को दर्शाता है।
डीपीओ स्थापना बोले- कम से कम 15 दिनों का अभी और लगेगा समय
डीपीओ स्थापना जमालुद्दीन ने कहा कि शिक्षकों का डाटा अपलोड करने में मुजफ्फरपुर नंबर वन था। पर, डाटा में कई सुधार की जरूरत थी। पूर्व में विसंगति के कारण कई शिक्षक अपने निर्धारित वेतनमान से अधिक वेतन ले रहे थे। उसमें सुधार किया गया।
सभी बीईओ को निर्देश है कि शिक्षकों के अपलोड डाटा का सत्यापन और समीक्षा कर प्रमाण पत्र स्थापना कार्यालय में जमा कराएं। इसमें जिला टीम भी कार्य कर रही है। डीपीओ ने बताया कि यह वित्तीय भुगतान का मामला है।
एक-एक बिंदु को देखा जा रहा। जल्दीबाजी नहीं की जा सकती है। कम से कम 15 दिन और लगेंगे। जनवरी का वेतन पुराने स्केल के तहत भुगतान किए जाने का आदेश दिया जा चुका है।
[ad_2]