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वीआईपी उर्फ विनोद दास के खिलाफ कई जिलों में दर्ज हैं एफआईआर।
उत्तर बिहार के रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड समेत दरभंगा एयरपोर्ट से यात्रियों को नशा खिलाकर लूटपाट करने वाले शातिर मास्टरमाइंड विनोद दास उर्फ वीआईपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। शातिर नशाखुरानी गिरोह का मास्टरमाइंड है।
आरोपी वैशाली जिले के गोरौल का रहने वाला है। इसके साथ दरभंगा निवासी मो। कैसर को भी गिरफ्तार किया गया है। इसके पास से पुलिस ने भारी मात्रा में नशे की गोली भी बरामद की है।
बताया जा रहा है कि वीआईपी उर्फ विनोद दास के खिलाफ कांटी, गायघाट, मधुवनी, दरभंगा समेंत कई जिलों में एफआईआर दर्ज हैं।
पिछले छह माह से आरोपी विनोद दास अपने गुरगें के साथ मिलकर यात्रियों को अपना शिकार बना रहा था। इन दोनों को बेनीबाद ओपी पुलिस ने दरभंगा फोरलेन से गिरफ्तार किया है।
10 युवाओं की टीम बनाकर दे रहा था घटना को अंजाम
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया है कि वह अपना आवास बनवा रहा है। पैसे की कमी होने की वजह से काम रूक गया था। फिर उसने अपने सपना को पूरा करने के लिए लोगों को लूटना शुरू कर दिया।
इसके लिए उसने 10 युवाओं की टीम बनाई है। वे चोरी की लक्जरी गाड़ी में यात्रियों को बैठाकर ले जाते थे और कई तरीकों से लूटते थे।
हाल ही में वीआईपी ने दरभंगा एयरपोर्ट से निकले एक यात्री को निशाना बनाया था। जिसके बाद उसे नशे की हालत में बेनीबाद ओपी में फेंक दिया था।
जिसके बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की। पूर्वी डीएसपी मनोज कुमार पांडेय ने बताया कि आरोपी मुजफ्फरपुर के नया टोला में रह कर पूरी घटना को अंजाम देता था।
छह माह में मधुबनी से लेकर मोतिहारी तक 60 घटनाओं का किया खुलासा
पुलिस पूछताछ में वीआईपी ने बताया कि वह नशाखुरानी गिरोह के साथ ही नोट हेराफेरी करने वाला गैंग भी बनाया था। जो बैंक के आसपास रुपये निकालने वाले लोगो को अपना निशाना बनाते थे।
इधर, डीएसपी पूर्वी मनोज पांडेय ने बताया कि वीआईपी ने पुलिस को बताया है कि वह छह माह से वैशाली के गोरौल स्थित गांव में घर बनवा रहा है।
जिसमें 80 लाख रुपये का एस्टीमेट है। यह राशि जुटाने के लिए नये सिरे से नशाखुरानी गिरोह को खड़ा किया। बीते छह माह में 60 से अधिक घटनाओं को विभिन्न जिलो में अंजाम दिया है।
रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड से ज्यादा कमाई नही होने पर एयरपोर्ट के यात्रियों को बना रहा था निशाना
पुलिस पूछताछ में शातिर ने बताया कि रेलवे व बस स्टैंड पर उतरने वाले लोगों से वारदात में कम राशि मिलती थी। जिसके कारण कमाई नही हो पाती थी। फिर, वीआईपी का गिरोह दरभंगा एयरपोर्ट पर उतरने वाले यात्रियों को निशाना बनाने लगा था।
इसके लिए गिरोह के बदमाश गाड़ियां लेकर अड्डे के पास जुटते थे। वहां से यात्रियों को उठाने के बाद उसे नशीली दवा देकर रास्ते में लूट लेता था।
हाल ही में मधुबनी के एक यात्री को नशे का अधिक डोज दे दिया था जिससे उसकी मौत हो गई थी। इसके अलावा सात दिनों पहले दरभंगा एयरपोर्ट के यात्री को बेहोश करके लूटने के बाद गायघाट में फेंक दिया था।
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