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बिहार के मुजफ्फपुर समेत 9 स्टेशनो को विश्वस्तरीय बनाया जाएगा। इसके अलावा, 3 अन्य स्टेशन भी शामिल है। बताया गया कि इससे यात्रियों को एयरपोर्ट जैसी अनुभूति मिलेगी। साथ ही, रेन वाटर हार्बेस्टिंग, वाटर रिसाइक्लिंग प्लांट, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन से युक्त होंगे। वहीं, गया स्टेशन हेतु निविदा जारी की गई है। बताया गया कि 2024 के अंत तक इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
मामले में ECR के CPRO वीरेंद्र कुमार ने जानकारी दी कि स्टेशन पुनर्विकास परियोजना के तहत विश्वस्तरीय स्टेशन के रूप में विकसित करने हेतु बिहार के 9 स्टेशन समेत पूर्व मध्य रेल के कुल 12 स्टेशनों यथा – दानापुर मंडल के राजेन्द्रनगर एवं बक्सर, सोनपुर मंडल के मुजफ्फरपुर, बेगुसराय एवं बरौनी, समस्तीपुर मंडल के दरभंगा, सीतामढ़ी, बापूधाम मोतीहारीय पं. दीन दयाल उपाध्याय मंडल के गया एवं पं.दीन दयाल उपाध्याय जं तथा धनबाद मंडल के धनबाद एवं सिंगरौली का चयन किया गया है। साथ ही इन स्टेशनों के पुनर्विकास हेतु प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गयी है।
उन्होंने बताया कि धार्मिक एवं पर्यटन दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण गया स्टेशन को विश्वस्तरीय स्टेशन बनाने के लिए अंतिम रूपरेखा तैयार हो जाने के बाद निविदा जारी कर दिया गया है।
गया स्टेशन का पुनर्विकास कार्य लगभग 300 करोड़ रूपए की अनुमानित लागत से पूरा किया जाएगा तथा इसे वर्ष 2024 के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है । पुनर्विकास से जुड़े कार्य पूरा होने के बाद यात्रियों को एयरपोर्ट जैसी विश्वस्तरीय सुविधाएं प्राप्त होंगी।
पुनर्विकास के बाद गया स्टेशन उन्नत यात्री सुविधाओं के साथ तकनीक, स्थानीय संस्कृति और समृद्ध विरासत का आकर्षक मेल बनेगा । पुनर्विकास के उपरांत गया स्टेशन पर यात्रियों को सेवा प्रदान करने की क्षमता तीन गुणा बढ़ जायेगी। इससे पर्यटकों की संख्या में वृद्धि के साथ-साथ अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार का सृजन होगा जिसका लाभ स्थानीय लोगों को मिलेगा ।
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