मुज़फ्फरपुर, जासं। Muzaffarpur ATM theft: जिले के ब्रह्मपुरा थाना क्षेत्र के जुरन छपरा इलाके में शातिर अपराधियों ने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम को निशाना बनाया।
शातिरों द्वारा एटीएम मशीन को तोड़फोड़ करने का प्रयास किया गया। हालांकि कैश निकालने में शातिर सफल नहीं हो पाए। बुधवार को घटना की सूचना मिलने के बाद ब्रह्मपुरा थाना के पुलिस पुलिस मौके पर पहुंचकर छानबीन की।
जानकारी पर बैंक प्रबंधन भी मौके पर पहुंचे। छानबीन के बाद पुलिस द्वारा बताया गया कि एटीएम का कैश सुरक्षित है। पुलिस का कहना है कि एटीएम में लगे सीसीटीवी को खंगाला जा रहा है। शातिरों की पहचान कर उसकी गिरफ्तारी की जाएगी।
मालूम हो कि ठंड बढ़ने के कारण लगातार पुलिस गश्ती की पोल खुल रही है। इसका फायदा उठाते हुए शातिरों द्वारा चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है। हाल के दिनों में सदर थाना क्षेत्र के कच्ची पक्की में एक निजी बैंक को एटीएम को निशाना बनाया गया था।
इसमें शातिरों द्वारा एटीएम को गैस कटर से काट का 20 लाख रुपए की चोरी कर ली गई थी। हालांकि अब तक शातिर की गिरफ्तारी नहीं हो सकी। इसके बाद पिछले सप्ताह सदर थाना क्षेत्र के रेवा रोड इलाके में एक निजी बैंक के एटीएम को निशाना बनाया गया।
हालांकि कैसे सुरक्षित बच गया था। नगर डीएसपी रामनरेश पासवान ने बताया एटीएम को निशाना बनाने वाले गिरोह के बदमाशों की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी की जा रही है। जल्द ही शातिर पुलिस के गिरफ्त में होंगे।
उन्होंने कहा कि पूर्व की घटनाओं की समीक्षा की गई है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कार्रवाई तेज कर दी गई है।
बंधक युवक को मुक्त कराने गई पुलिस से अभद्र व्यववहार करने वाले तीन गिरफ्तार
मुजफ्फरपुर : बंधक बनाकर रखे गए युवक को मुक्त कराने गई पुलिस से अभद्र व्यवहार करते हुए सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने के करीब चार साल पुराने मामले में फरार चल रहे तीन आरोपितों को सदर थाने की टीम ने गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार आरोपितों में अर्जुन राम, सीता राम व मुकेश राम के रूप में हुई है। मालूम हो कि वर्ष 2018 में खबड़ा में एक युवक को घर में बांधकर रखा गया था। इसकी सूचना पर पुलिस वहां पहुंची थी।
तभी इलाके के लोगों द्वारा पुलिस के समक्ष हंगामा करते हुए विरोध किया गया था। बावजूद बांधे हुए युवक संजय को मुक्त कराकर पुलिस जब लेकर चली थी। तब आरोपितों ने हंगामा शुरू कर दिया था।
इसके बाद पुलिस के बयान पर सात लोगों को नामजद करते हुए सौ अज्ञात को आरोपित किया गया था। गत दिनों समीक्षा में यह मामला लंबित मिला था। पुलिस का कहना है कि पूछताछ के बाद आरोपितों को न्यायिक हिरासत में भेजने की कवायद की जाएगी।