[ad_1]
महादलित, दलित व अल्पसंख्यक अतिपिछड़ा वर्ग अक्षर अंचल योजना के तहत साक्षरता केंद्रों पर बुनियादी साक्षरता परीक्षा 20 फरवरी को होगी। इसमें जिले के 632 साक्षरता केंद्रों की 15 से 45 आयुवर्ग की 12640 नवसाक्षर महिलाएं परीक्षार्थी हैं। नवसाक्षरों में पढ़ने-लिखने व गणित के कार्यात्मक ज्ञान का आकलन किया जाएगा।
परीक्षा के प्रश्नपत्र 3 भागों में होंगे- पहले में पढ़ना, दूसरे में लिखना और तीसरे में गणित। तीनों के लिए 50-50 अंक निर्धारित हैं। हर प्रश्न के नीचे उत्तर लिखने की जगह होगी।
एक शिक्षा सेवक 20 नवसाक्षर महिलाओं को परीक्षा में शामिल कराएंगे। इसे लेकर जन शिक्षा विभाग के निदेशक सतीश चंद्र झा ने सभी डीईओ व साक्षरता डीपीओ को निर्देश जारी किया है। कहा गया है कि परीक्षा को लेकर मॉनिटरिंग दलों को चिह्नित करना, उत्तर पुस्तिका की जांच से लेकर अन्य प्रक्रियाएं होंगी।
परीक्षा के बाद रंगीन प्रमाणपत्र मिलेंगे। परीक्षा सुबह 10 से 4 बजे तक चलेगी। इस बीच कोई भी महिला अपनी सुविधा से पहुंचकर परीक्षा में शामिल हो सकती हैं। अभ्यर्थियों को 3 घंटे की परीक्षा देनी होगी। प्रश्न-उत्तर पुस्तिकाओं की जांच मध्य या प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षक बीआरसी में करेंगे।
परीक्षार्थी पास या फेल नहीं होंगी, मिलेगा ग्रेड
बुनियादी साक्षरता परीक्षा में शामिल होनेवालीं नवसाक्षर परीक्षार्थी पास या फेल नहीं होंगी। उन्हें ग्रेड मिलेगा। प्रत्येक विषय के लिए अच्छा (ए), संतोषजनक (बी) और सुधार की आवश्यकता (सी) ग्रेड दर्शाते हुए परिणाम जारी होगा। सभी नवसाक्षरों को जिला स्तर से 31 मार्च को साक्षरता प्रमाणपत्र दिया जाएगा। इसके पहले प्रमाणपत्रों की छपाई 23 मार्च तक पूरी करनी है।
इस तरह होगी ग्रेडिंग
- 60 फीसदी या उससे अधिक अंक आने पर मिलेगा A ग्रेड
- 40 फीसदी या उससे अधिक अंक आने पर मिलेगा B ग्रेड
- 40 फीसदी से कम अंक आने पर मिलेगा C ग्रेड
[ad_2]