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मुजफ्फरपुर में सड़क दुर्घटना में क्षतिग्रस्त बस।
मुजफ्फरपुर में एक बार फिर तेज रफ्तार का कहर देखने को मिला। अहियापुर थाना क्षेत्र के संगम घाट में बस और डंपर में जोरदार टक्कर हुई। दुर्घटना में बस के परखच्चे उड़ गए। धमाका इतना तेज था कि एक किलोमीटर तक आवाज सुनाई पड़ा।
अफरातफरी का माहौल बन गया। बस में सवार 8 यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए। वहीं, 6 यात्री आंशिक रूप से चोटिल हुए। मौके पर काफी संख्या में लोगों की भीड़ जुट गई। घायलों को तुरंत SKMCH में भर्ती कराया गया।
इनकी पहचान भानु प्रताप, मो. असलम, दिनेश मालाकार और दिनेश कुमार, हरिलाल के रूप में हुई। ये सभी पूर्णिया, सुपौल और अररिया के रहने वाले हैं। अन्य घायलों के नाम पते का पुलिस सत्यापन कर रही है।
घटनास्थल के बाहर खड़े यात्री।
घटना के बाद चालक-कंडक्टर फरार
बस में सवार यात्री प्रमोद यादव, गोरेलाल ने बताया कि बस पूर्णिया से दिल्ली होते हुए लुधियाना जा रहे थे। यात्रियों ने आशंका जाहिर करते हुए कहा कि बस चालक ने शायद नशा कर रखा होगा। इसलिए डंपर में टक्कर मार दिया।
इसके बाद डिवाडर पर फांदती हुई बस रुक गई। वे लोग किसी तरह नीचे उतरे। तब जाकर राहत की सांस ली। बस पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी थी। घटना के बाद चालक और कंडक्टर मौके से भाग निकला।
सूचना मिलने पर अहियापुर पुलिस मौके पर पहुंची। घायलों का हालचाल लेने के बाद बयान दर्ज करने की कवायद की जा रही है। थानेदार विजय कुमार ने बताया कि बस को जब्त कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
बस दुर्घटना में घायल युवक।
कोरोना के कारण आ गए थे घर
यात्रियों ने बताया कि बस में सभी लोग दिल्ली और लुधियाना में काम करने वाले श्रमिक हैं। कमाने के लिए वहां जा रहे हैं। पिछले दिनों कोरोना का लहर आया था तो वहां से घर आ गए थे।
लेकिन, अब कोरोना समाप्त हो गया। काम-धंधा यहां पर मिलता नहीं है। परिवार चलाना मुश्किल हो रहा था। इसलिए फिर वापस उसी प्रदेश में जा रहे हैं।
अस्पताल के बाहर दुर्घटना की जानकारी देते घायल।
जबरन 150 यात्रियों को ठूंस लिया था
घायल मो. असलम ने बताया कि पूर्णिया के बाद सुपौल और मधेपुरा से यात्रियों को बैठाया गया था। कंडक्टर ने बस में ठूंस-ठूंस कर यात्रियों को भर दिया। करीब 150 यात्रियों को जबरन चढ़ा लिया था।
इसका यात्रियों ने विरोध भी किया। लेकिन, कंडक्टर ने बस से उतार देने की बात बोल कर सब को चुप करा दिया था। एक सीट पर चार-चार यात्रियों को बैठाया गया था। उन लोगों को संदेह है कि बस चालक ने जरूर नशा कर रखा था।
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