[ad_1]
पिंजरे में बंद बंदर।
मुजफ्फरपुर में एक बंदर ने इन दिनों जमकर उत्पात मचा रखा था। वह पिछले एक सप्ताह से खबरा मोहल्ले में उत्पात मचा रहा था। इससे मोहल्ले में दहशत का माहौल था।
बच्चे और महिलाएं काफी डरी हुई थी। बंदर कभी भी किसी के घर मे घुस जाता और सामान लेकर भाग निकलता था। इससे लोगो को काफी परेशानी हो रही थी।
इसके बाद वह खबरा में ही डॉ. दयानंद के घर जा पहुंचा। अब वहां पर उत्पात मचाना शुरू कर दिया। उन्होंने इसकी सूचना वन विभाग को दी। वन विभाग के टीम कॉर्डिनेटर रजनीश कुमार और पशु चिकित्सा पदाधिकारी राजीव रंजन और शशि शेखर समेत अन्य टीम के सदस्य डॉक्टर के घर पहुंचे। देखा कि बन्दर एक पेड़ पर चढ़ा हुआ है।
वह बार-बार नीचे आता और फिर कुछ सामान लेकर पेड़ पर चढ़ जाता था। डॉक्टर और उनके आसपास के घरवाले काफी डरे हुए थे। बंदर काफी उत्पाती और आक्रामक भी हो जाता था।
खाना दिखाकर पिंजरा में किया बंद
टीम ने उसे पकड़ने की कोशिश शुरू की। लेकिन वह इधर-उधर भाग जाता था। उसे पकड़ने के लिए कभी केला तो कभी रोटी भी दिखाई गई। लेकिन, वह नीचे नहीं आता था। जब केला को जमीन पर रखकर टीम के सदस्य पीछे हट जाते थे।
तब वह झट से आता और केला या खाने की कोई वस्तु लेकर पेड़ और भाग जाता। फिर उसे काबू में करने के लिए पिंजरा मंगवाया गया। पिंजरा के पीछे वाले भाग में खाने का सामान रखकर उसे लालच दिया गया।
इसके बाद वह धीरे से पेड़ से उतरा और पिंजरा में गया। जैसे ही वह भीतर गया। दरवाजा को बंद कर दिया गया। तब जाकर सभी ने राहत की सांस ली।
पक्षी बेचने वालों में मचा हड़कंप
वन विभाग की टीम कम्पनीबाग में पहुंची। देखा कि तरह-तरह की रंग बिरंगी पक्षियों को पिंजरे में कैद कर बेचा जा रहा है। उन्हें देखते ही टीम ने विक्रेताओं को पकड़ा। पक्षियों और पिंजरे को जब्त किया।
यह देखकर हड़कंप मच गया। सभी विक्रेता भाग निकले। टीम ने कई पिंजरे में बंद पक्षियों को आजाद कर दिया। वे खुले आसमान में उड़ने लगे। टीम कॉर्डिनेटर ने बताया कि ये गैर कानूनी है। इन पक्षियों की बिक्री पर पाबंदी है।
[ad_2]