[ad_1]
सुधेंद्र सिंह | लिपि | अपडेट किया गया: 25 फरवरी 2023, शाम 5:29 बजे
मुजफ्फरपुर: मुजफ्फरपुर में अभी गर्मी की शुरुआत सही से हो भी नहीं पायी थी किचमकी बुखार (एक्यूट एनसेफ्लाइटिस सिंड्रोम / AES) का प्रभाव दिखने लगा है। श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (SKMCH) के पीकू वार्ड में भर्ती सकरा बिद्दीपुर गांव के 3 वर्षीय बच्चे मो. फरहान में AES की पुष्टि हुई है। इस वर्ष जिले में अबतक 3 बच्चों में AES के लक्ष्ण मिले हैं। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है। सिविल सर्जन डॉ यू सी शर्मा ने बताया कि फरहान के खून का नमूना जांच के लिए भेजा गया है। हालत में सुधार है। पहला मरीज 16 जनवरी को पूर्वी चंपारण के अंकित कुमार आया था। इलाज के बाद उसे डिस्चार्ज किया गया। दूसरा मरीज मीनापुर के ऋतिक कुमार था। और अब सकरा के मोहम्मद फरहान में AES की पुष्टि हुई है। वह भी स्वस्थ हो गया है। सिविल सर्जन ने कहा कि इसके पीछे मुख्य कारण मेटाबोलिक संबंधी विकार होता है।
[ad_2]
Source link