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मुजफ्फरपुर के SKMCH (श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल) में रविवार को एक और बच्ची में AES (एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम) की पुष्टि हुई। बच्ची में AES की पुष्टि के बाद अब मरीजों की संख्या बढ़कर जनवरी से अबतक कुल 11 हो गई है। बताया जा रहा है कि बच्ची को पीआईसीयू में भर्ती किया गया है। जहां डॉ. गोपाल शंकर सहनी की देखरेख में उसका इलाज किया जा रहा है।
बच्ची शहर के गोबरसही इलाके की रहने वाली है। उसे सात अप्रैल को एसकेएमसीएच में भर्ती कराया गया था। जिसके बाद जांच में AES की पुष्टि हुई। इस संबंध में जिला प्रशासन की ओर रिपोर्ट भी जारी की गई है।
इससे एईएस मरीजों की संख्या 10 से बढ़कर 11 हो गई है। फिलहाल पीआईसीयू में तीन बच्चे भर्ती हैं। वहीं, चार संदिग्धों का भी इलाज किया जा रहा है। सात बच्चों को एसकेएमसीएच से डिस्चार्ज किया जा चुका है।
SKMCH से जारी रिपोर्ट के अनुसार, मुजफ्फरपुर के पांच, मोतिहारी के तीन, सीतामढ़ी के दो और अररिया के एक बच्चे में एईएस की पुष्टि हो चुकी है। इधर, जिला प्रशासन AES की रोकथाम के लिए पूरी तरह कमर कस चुकी है।
वहीं अलग-अलग जगहों पर जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है। इसमें विशेष कर दलित, महादलित टोलों में डोर टू डोर विजिट करते हुए आंगनबाड़ी सेविका -सहायिकाओं के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
पंचायतों में जिन घरों में 10 वर्ष आयु से कम उम्र के बच्चे हैं उन पर विशेष निगाह रखी जा रही है। माता-पिता क्या करें क्या नहीं करें उन्हें इसे लेकर जानकारी दी जा रही है। सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अलर्ट मोड में है।
जिला स्तर से सतत अनुश्रवण किया जा रहा है। जागरूकता अभियान के साथ सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों एवं एसकेएमसीएच और सदर अस्पताल में पर्याप्त चिकित्सीय व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
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