Home Muzaffarpur मुजफ्फरपुर में आसमान से शराब माफियाओं की निगरानी: पहले दिन ही देसी शराब की फैक्ट्री का खुलासा, 2500 से अधिक लीटर शराब बनाने की सामग्री जब्त

मुजफ्फरपुर में आसमान से शराब माफियाओं की निगरानी: पहले दिन ही देसी शराब की फैक्ट्री का खुलासा, 2500 से अधिक लीटर शराब बनाने की सामग्री जब्त

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मुजफ्फरपुर में आसमान से शराब माफियाओं की निगरानी: पहले दिन ही देसी शराब की फैक्ट्री का खुलासा, 2500 से अधिक लीटर शराब बनाने की सामग्री जब्त

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मौक पर पहुंची पुलिस की टीम।

शराब माफियाओं पर नकेल कसने और धंधे पर रोक लगाने के लिए मुजफ्फरपुर में अब आसमान से निगरानी की जा रही है। जिले में पहली बार शराब धंधेबाज़ों के खिलाफ ड्रोन कैमरे से कार्रवाई की गई है।

पहले दिन ही उत्पाद विभाग को इस ड्रोन की मदद से अहम सफलता मिली है। दरअसल, मुख्यालय से दो ड्रोन कैमरे के साथ एक्सपर्ट को भेजा गया था। उत्पाद अधीक्षक संजय राय ने कार्रवाई स्थल को चिन्हित कर रखा था।

फैक्ट्री का खुलासा

ड्रोन के आने के साथ उत्पाद निरीक्षक अभिनव कुमार और फोर्स के साथ गंडक नदी किनारे दियारा क्षेत्रो में धावा बोला गया। इससे हड़कंप मच गया। धंधेबाज़ वहां से भाग निकले। ड्रोन को आसमान में उड़ाया गया।

देखा गया कि नदी किनारे देसी शराब की फैक्ट्री चल रही है। इसके बाद टीम ने वहां पर पहुंचकर कार्रवाई करते फैक्ट्री का उद्भेदन दिया। एक धंधेबाज़ को भी गिरफ्तार किया गया। देसी शराब के साथ शराब बनाने की सामग्री भी जब्त की गई। करीब 2500 लीटर तरल पदार्थ जब्त करने के बाद विनिष्ट कर दिया गया।

इसी तरल पदार्थ से देसी शराब का निर्माण होता है। जमीन के अंदर गारकर शराब तैयार की जा रही थी। पूरे अड्डे को ध्वस्त कर दिया गया। दियारा में और भी जगहों पर ड्रोन की मदद से शराब खोजी गयी।

लेकिन, दूसरे जगह से बरामदगी नहीं हुई। इसके नाद बोचहां इलाके में स्थित एक नदी किनारे भी शराब खोजी गयी। लेकिन, वहां से भी कुछ बरामद नहीं हो सका। इसके बाद टीम लौट गई।

आज भी चलेगा अभियान

उत्पाद अधीक्षक ने बताया कि बुधवार को भी कई जगहों पर ड्रोन की मदद से विशेष अभियान चलाया जाएगा। स्थलों को चिन्हित कर लिया गया है। लेकिन, अभी इसका खुलासा नहीं किया जाएगा। अन्यथा कार्रवाई पर असर पड़ेगा।

उन्होंने बताया कि मुख्य रूप से दियारा और नदी किनारे इस ड्रोन कैमरे से निगरानी की जाएगी। क्योंकि यही वह जगह है जहां टीम को पहुंचने में समय लगता है और दिक्कत भी होती है। ड्रोन की मदद से इसमे आसानी होगी।

ज़रूरत के अनुसार मंगाया जाएगा ड्रोन

उत्पाद निरीक्षक कुमार अभिनव ने बताया कि फिलहाल ये ड्रोन कैमरे जिला को नहीं मिला है। मुख्यालय से ही एक्सपर्ट के साथ भेजा गया था। अभी इससे सम्बंधित कोई गाइडलाइन भी नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि ज़रूरत के अनुसार मुख्यालय से डिमांड किया जाएगा। फिर वहां से ड्रोन भेजा जाएगा। जिससे कार्रवाई की जाएगी।

ग्रामीण इलाकों में जो सुदूर बस्ती हैं, और जहां शराब बनाई जाती है। वैसे जगहों पर भी विशेष अभियान इस ड्रोन की मदद से चलाया जाएगा। क्योंकि सुदूर इलाके में जबतक टीम पहुंचती है। धंधेबाज़ फरार होने में सफल रहते हैं। लेकिन, ड्रोन से इसपर नकेल कसा जा सकता है।

 

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