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मुजफ्फरपुर जिले की पुलिस के कारनामे तो किसी से छिपे नहीं हैंं। अब पुलिस की गाड़ी भी चर्चा का विषय बन गई है। दरअसल सकरा थाना में जो पुलिस की बोलेरो गाड़ी है। वह धक्का मारने से स्टार्ट होती है। जी हां, ये कोई मजाक नहीं बल्कि सच है। दरअसल, एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें पुलिसकर्मी सरकारी बोलेरो को धक्का मारकर स्टार्ट करने की कोशिश कर रहे हैं।
यह वीडियो सकरा थाना के सरकारी वाहन का है। सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद खूब चर्चा हो रही है। लोग पुलिस की चुटकी ली रहे हैं। इससे मुजफ्फरपुर पुलिस की खूब किरकिरी हो रही है। एक तरफ शातिर अपराधी नई और हाई टेक गाड़ियों का प्रयोग कर आपराधिक वारदातों को अंजाम दे रहे हैं, वहीं पुलिस की गाड़ी का हाल बेहाल है।
क्या ऐसे पकड़ेंगे अपराधी
अब सबसे बड़ा सवाल उठ रहा है कि क्या इस तरह से पुलिस अपराधी को पकड़ने में कामयाब हो पाएगी? क्या इस वाहन से क्राइम कंट्रोल करेंगे ? एक तरफ तो वरीय अधिकारी क्राइम कंट्रोल को लेकर लगातार नई नई रणनीति तैयार करते हैं। वहीं दूसरी तरफ पुलिस की गाड़ी ही धोखा दे जाती है।
सोचिए, अगर उस समय किसी वारदात की सूचना मिली होती तो क्या होता। ऐसी गाड़ी से पुलिस कब तक घटनास्थल पर पहुंचती। अपराधी को कैसे पकड़ते। पुलिस की गाड़ी की ऐसी हालत देखकर क्राइम कंट्रोल और अपराधी पकड़ने के दावे बेमानी साबित हो रहे हैं।
कभी डीजल की होती है किल्लत
पुलिस गाड़ी के कई किस्से हैं। कभी डीजल का बिल भुगतान नहीं करने पर पंप संचालक तेल देने से मना कर देता है तो कभी समय पर भुगतान नहीं होने से गाड़ी ऑनर अपनी गाड़ी वापस ले लेता है। हाल में एक मामला सामने आया था। जिसमें 4 लाख रुपए से अधिक पम्प संचालक के यहां डीजल का बकाया था।
संचालक में पुराना हिसाब चुकता करने के बाद ही डीजल देने की बात कही थी। अब इस इंतजार में कई रुपये का भुगतान हो और डीजल भरवाएं। तब तक गाड़ी परिसर में खड़ी रही। बाद में पम्प संचालक को रुपये देने के बाद डीजल दिया गया। तब सड़कों पर दोबारा पुलिस की गाड़ी दौड़ने लगी।
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