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विस्फोटक अधिनियम के तहत केस दर्ज
पुलिस के टाइम बम मामले में विस्फोटक अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है। इस मामले में ड्रग्स सप्लायर जावेद उर्फ सिन्हु की भूमिका सामने आई है। मामले में यूपी के बुलंदशहर से भी एक युवक शमी खान को हिरासत में लिया गया है। बिहार एटीएस उससे पूछताछ कर रही है। इस मामले में शनिवार को पुलिस ने फेरी लगाने वाले मुजफ्फरपुर निवासी जावेद और यूपी के बुलंदशहर के 2 युवकों को गिरफ्तार किया था। इन दोनों को लेकर बिहार एटीएस की टीम ने मुजफ्फरपुर में भी कई जगह पर छापेमारी की। पूरे मामले को लेकर कई लोगों से पूछताछ भी की गई है।
बम कहां से आया, सबसे बडा सवाल
जांच टीम सबसे बड़े सवाल का जवाब तलाश रही है। सबसे बड़ा सवाल ये है कि बम कहां से लाया गया था? इसके पीछे इनकी क्या मंशा थी? जांच टीम इसकी गहराई से पड़ताल कर रही है। अधिकारियों ने बताया कि विस्फोटक सामग्री मिली है. मगर, यह कैसे आई, कहां से आई, इसकी जांच की जा रही है। हालांकि, पुलिस और ATS किसी भी एंगल को अभी रूल आउट नहीं कर रही है। हर एंगल से मामले की जांच पड़ताल की जा रही है।
चिंता करने जैसी कोई बात नहीं: एटीएस
फिलहाल ATS का कहना है कि चिंता करने जैसी कोई बात नहीं है। पर बड़ा सवाल है कि इन टाइम बमों का इस्तेमाल यह आखिर करना कहां चाहते थे? क्योंकि मुजफ्फरपुर में शिवरात्रि पर भगवान गरीबनाथ की बहुत बड़ी बारात शोभा यात्रा निकाली जाती है। साथ ही 14 फरवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समाधान यात्रा के तहत मुजफ्फरपुर आ रहे हैं। अब यह तो पूछताछ के बाद ही पता चल पाएगा कि आखिर इनके निशाने पर कौन था?
ATS सूत्रों के मिली जानकारी के अनुसार, जिस तरह से विस्फोटक को एक दूसरे से बांधकर और उसे केबल से कनेक्ट किया गया है, वो चौंकाने वाला है। दरअसल, लैंड ब्लास्ट के लिए इस तरह से विस्फोटक नहीं बनाए जाते हैं। फिलहाल जांच टीएम हर एंगल से मामले की जांच कर रही है।
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