Home Muzaffarpur मुजफ्फरपुर किडनी कांड का मुख्य आरोपी गिरफ्तार: दिल्ली में दोस्त के यहां था छुपा था, मुजफ्फरपुर आया तभी पुलिस ने दबोचा

मुजफ्फरपुर किडनी कांड का मुख्य आरोपी गिरफ्तार: दिल्ली में दोस्त के यहां था छुपा था, मुजफ्फरपुर आया तभी पुलिस ने दबोचा

0
मुजफ्फरपुर किडनी कांड का मुख्य आरोपी गिरफ्तार: दिल्ली में दोस्त के यहां था छुपा था, मुजफ्फरपुर आया तभी पुलिस ने दबोचा

[ad_1]

मुजफ्फरपुर जिले के सकरा थाना क्षेत्र बरियारपुर में महिला सुनीता की दोनों किडनी निकालने के मामले में फरार मुख्य आरोपी सह नर्सिंग होम संचालक पवन कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसकी गिरफ्तारी बरियारपुर से ही हुई है।

वह अपने घर आया हुआ था। इसकी सूचना मिलने पर सकरा थानेदार सरोज कुमार, बरियारपुर ओपी प्रभारी राजेश कुमार ने टीम के साथ रेड कर उसे दबोच लिया। उससे पूछताछ के लिए मुजफ्फरपुर लाया गया। यही DSP पूर्वी मनोज पांडेय ने आरोपी से पूछताछ की। इसके बाद उसे जेल भेजने की कवायद की जा रही है।

आरोपी पवन ने बताया कि घटना के एक सप्ताह बाद तक वह इधर उधर छुपकर रहा। लेकिन, मामला जब बढ़ने लगा तो वह दिल्ली चला गया। वहां अपने एक दोस्त के पास छिपा हुआ था। वहां से भूटान जाने की प्लान कर रहा था।

इसी दौरान उसने सोचा की एक बार घर पर जाकर सब से मिल ले। वह दिल्ली से घर आया था। लेकिन, पुलिस को इसकी भनक लग गई। आरोपी को दबोच लिया गया।

पवन के अनुसार घटना के वक्त वह मौके पर मौजूद नहीं था।

पवन के अनुसार घटना के वक्त वह मौके पर मौजूद नहीं था।

तीन और आरोपी थे शामिल

पवन ने पूछताछ ने पुलिस को बताया की सुनीता के ऑपरेशन के दिन डॉ. आरके सिंह, उसका असिस्टेंट पवन और एक स्टाफ था। जिसका नाम वह नहीं जानता है। जबकि पातेपुर का जितेंद्र उस दिन नहीं आया था।

पवन ने बताया कि जिस समय ऑपरेशन हो रहा था। उसी समय वह कुछ देर के लिए अपने बच्चे को लेने स्कूल से गया था। जब आया तब तक ऑपरेशन हो चुका था।

उसने DSP पूर्वी को बताया कि मरीज की तबियत जब बिगड़ने लगी तो वह खुद लेकर उसे PMCH गया था। लेकिन, जब उसे पता लगा कि उसकी दोनों किडनी निकल चुकी है तो वह चुपके से वहां से निकल गया। इसके बाद दिल्ली भाग गया था।

जितेंद्र की नहीं मिली संलिप्तता

DSP पूर्वी ने बताया कि पुलिस ने सभी आरोपियों के विषय में जांच की। इसमें जितेंद्र की संलिप्तता नहीं आई है। उसका मोबाइल लोकेशन भी उस दिन घटनास्थल का नहीं था कहीं और का था।

वहीं डॉ. आरके सिंह कच्ची पक्की का रहने वाला है। लेकिन, उसका कोई सुराग नहीं मिला है। पवन को जेल भेजने के बाद रिमांड पर लिया जाएगा। अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस छापेमारी कर रही है।

मानव अंग तस्करी की बात नहीं

डीएसपी पूर्वी मनोज पांडेय ने बताया की मानव अंग तस्करी की बात सामने नहीं आई है। ये इनकी लापरवाही का नतीजा प्रतीत होता है। वैसे अभी पूछताछ जारी है।

रिमांड पर लेकर भी पूछताछ की जाएगी। संभावना है की कुछ और नए खुलासे हो सकते हैं। वहीं जो ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर थे। उनकी गिरफ्तारी के बाद और भी सच्चाई सामने आएगी।

 

[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here