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एक तरफ सरकार लगातार शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने की दिशा में काम कर रही है। सरकारी स्कूल में पठन-पाठन बेहतर हो। इसके लिए निरंतर कदम उठाए जा रहे हैं। वहीं कुछ ऐसे भी शिक्षक हैं, जो इन सब बातों से सरोकार नहीं रखते। हम बात कर रहे हैं मुजफ्फरपुर जिले ले मोतीपुर महमदा स्थिति मध्य विद्यालय की।
जहां एक शिक्षक ने दूसरे शिक्षकों को स्कूल में देरी से आने पर टोका तो अन्य शिक्षकों ने मिलकर उनकी जमकर पिटाई कर दी। उस समय वे आठवीं कक्षा में पढ़ा रहे थे।
तभी स्कूल के प्रभारी संतोष कुमार, रवि, शिक्षिका बिंदु देवी के पति सतीश ने क्लासरूम में घुसकर उन्हें मारना शुरू कर दिया। मफलर से उनके गले को कसकर बांध दिया। फिर जमीन पर पटक-पटककर मारने लगे। लात-घूंसों की जमकर बौछार कर दी।
इतना मारा की वे मरने की हालत में आ गए। तभी शिक्षक की सुरक्षा में स्कूल के छात्र-छात्रा उठ खड़े हुए। यह देखकर पीड़ित शिक्षक शम्भू कुमार को ले जाकर दूसरे कमरे में बंद कर बंधक बना लिया। बाहर से ताला बंद कर दिया गया।
ग्रामीणों के जुटने पर निकले बाहर
शिक्षक शम्भु कुमार हाजीपुर के रहने वाले हैं। वे स्कूल में ही रहकर पढ़ाते हैं। जब उन्हें बंधक बना लिया गया तो कुछ छात्रों ने अपने परिजन को इसकी जानकारी दी। देखते-देखते गांव से सैकड़ों महिला-पुरुषों ने स्कूल पर धावा बोल दिया।
स्कूल का घेराव कर हंगामा करने लगे। शिक्षक शम्भू को बाहर निकालने को कहा। तब जाकर उन्हें बाहर निकाला गया। इसके बाद भी ग्रामीण शांत नहीं हुए। कार्रवाई की मांग करने लगे। यह देखकर आरोपी शिक्षक वहां से चुपके से खिसक गए।
पुलिस और BDO पहुंचे
बवाल और हंगामा की सूचना पर स्थानीय पुलिस और BDO प्रशांत कुमार मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों को समझाकर शांत कराया गया। उन्हें उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया गया। तब जाकर लोग शांत हुए।
इसके बाद BDO ने छात्र-छात्राओं से घटना के संबंध में जानकारी ली। सभी बच्चों ने एक सुर में बताया कि किस तरह शिक्षकों ने मिलकर शम्भू कुमार की पिटाई की। ये भी बताया कि अगर वे लोग बीच-बचाव नहीं करते तो उन्हें जान से मार देते।
कई महीनों से चल रहा था विवाद
पीड़ित शिक्षक ने बताया कि स्कूल में कुल आठ शिक्षक हैं। जिसमे से एक शिक्षक डिप्टेशन पर हैं। अन्य जो सात हैं। वे मनमाने तरीके से स्कूल में आते हैं। इसके अलावा काफी अनियमितता भी है। जिसका वे कई महीनों से विरोध कर रहे थे।
लेकिन, उनलोगों को कोई फर्क नहीं पड़ा। तब पीड़ित ने इसकी शिकायत DEO, BDO और मुख्यालय के व्हाट्सएप नम्बर पर की। उन्हें धमकी भी दूसरे शिक्षक देने लगे। उन्हें धमकाया जाता था कि नौकरी से हटवा देंगे, महिला से केस करवा देंगे और वेतन कटवा देंगे। फिर भी पीड़ित शिक्षक अड़े रहे।
उनका कहना था कि समय पर स्कूल आएं और बच्चों का हक जो है। वे उन्हें नियमित मिलना चाहिए। इसी को लेकर सभी शिक्षकों में उनके साथ मारपीट की।
रिपोर्ट तैयार कर भेजने की कवायद
BDO ने सभी का बयान लेने के बाद बताया कि घटना के संबंध में काफी जानकारी मिली है। इसकी रिपोर्ट तैयार कर वरीय अधिकारियों को भेजेंगे। उनके निर्देशानुसार, आगे की कार्रवाई की जाएगी।
इधर, शाम में शिक्षक शम्भू ने भी थाना में आवेदन दिया है। जिसमें मारपीट और जान मारने का प्रयास करने का आरोप लगाया है। DSP पूर्वी मनोज पांडेय ने बताया कि मामले की जांच कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
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