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AES/चमकी को लेकर प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। वहीं, AES/चमकी पर प्रभावी नियंत्रण को लेकर अधिकारी गोद लिए हुए पंचायत में लगातार भर्मण कर रहे है। इसके साथ ही संबंधित पदाधिकारी एवं कर्मियों द्वारा आंगनवाड़ी केंद्रों, समुदायिक भवन, स्वास्थ्य केंद्रों समेत अन्य जगहों का निरीक्षण ईभी कर रहे है।
बताया गया कि अधिकारियों एवं कर्मियों द्वारा संबंधित पंचायतों में बैठकें की गई। साथ ही महादलित टोलों में भ्रमण करते हुए बच्चों एवं अभिभावकों को चमकी को लेकर जागरूक किया। उनके द्वारा पंपलेट भी बांटे गए।
साथ ही कहा गया कि आंगनवाड़ी सेविका /सहायिका एवं आशा नियमित रूप से डोर टू डोर भ्रमण कर आम लोगों को चमकी के प्रति जागरूक करना जारी रखें। मालूम हो कि एईएस/चमकी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण को लेकर जिला पदाधिकारी के निर्देश के आलोक में प्रथम चरण में जिले के 270 पंचायतों को गोद लिया गया है जहां प्रत्येक शनिवार को अधिकारी एवं कर्मी पहुंचते हैं और एईएस/चमकी बुखार को लेकर उनके द्वारा सघन रूप से जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाता है। जिलाधिकारी द्वारा जागरूकता अभियान का सतत अनुश्रवण किया जा रहा है।
साथ ही सभी वरीय पदाधिकारियों को लगातार निर्देशित किया जा रहा है। इसके अलावा, माकूल चिकित्सीय व्यवस्था की उपलब्धता सुनिश्चित करने के साथ समानांतर रूप से गांव ,टोला और पंचायत स्तर पर सघन जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। बता दे की जनवरी 2022 से लेकर अभी तक कूल 37 मरीज सामने आए हैं।
जिसमें 25 मुजफ्फरपुर जिले के व 12 अन्य जिलों के हैं। 37 मरीजों के विरुद्ध अभी तक 35 मरीज इलाज के उपरान्त स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुके है। वर्तमान में अंडर ट्रीटमेंट मरीजों की संख्या जीरो है। जनवरी 2022 से लेकर अभी तक 2 मरीजों की मौत हुई है। उसमें एक मरीज(सीतामढ़ी) की जनवरी 2022 में ही हुई थी। जबकि दूसरे की(वैशाली) 13 अप्रैल 2022 को हुई थी।
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