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आपदा विभाग की टीम ने परिजनों से मुलाकात की।
मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए मुजफ्फरपुर जिले से कुल 44 छात्र व छात्राएं यूक्रेन गए थे। इसमें अब तक 13 छात्र व छात्राएं लौट चुके है। जबकि, रोमानिया व पोलैंड में 17 बच्चे फंसे हैं। वहीं, 12 बच्चो से संपर्क नहीं हो सका है।
इसको लेकर जिला प्रशासन ने सूची जारी किया है। सूची के मुताबिक, मुजफ्फरपुर से 44 छात्र-छात्राएं मेडिकल की पढ़ाई करने गये थे। यूक्रेन और रूस के बीच तनाव को देखते हुए कई छात्र मुजफ्फरपुर लौट गये। इसमें कुछ बच्चे फंस गए।
13 छात्र-छात्राएं लौटे
अब भारत सरकार की मदद से बच्चों को सुरक्षित वहां से निकाला जा रहा है। अब तक 13 छात्र-छात्राएं मुजफ्फरपुर अपने परिजनों के पास लौट आये है। वहीं, रोमानिया में 14 और पोलैंड में 03 छात्र शरण लिए हुए हैं।
इसकी जानकारी दूतावास को है। इसके अलावा अभी भी दो छात्र यूक्रेन के दो अलग-अलग हिस्सों में ही फंसे हुए है। जो खारकीव रेलवे स्टेशन पर रोमानिया व पोलैंड जाने की जद्दोजहद में है। इसके अतिरिक्त 12 ऐसे है जिनसे जिला प्रशासन का संपर्क नहीं हुआ है। उनका प्रशासन के पास ट्रेस नहीं है।
कंट्रोल रूम भी बनाया गया
इधर, लगातार बच्चों के यूक्रेन में फंसे होने और जिलाधिकारी सहित अन्य पदाधिकारी से परिजनों द्वारा जानकारी मांगे जाने की सूचना पर जिला प्रशासन ने बुधवार को जिलास्तरीय एक कंट्रोल रूम (फोन नं. 0621 2212007) स्थापित किया है।
जहां सुबह नौ बजे से शाम छह बजे तक पदाधिकारी की तैनाती की गई है। जो परिजनों के सवाल और उनकी जानकारी को जिला प्रशासन से सांझा करेंगे। साथ ही उनके बच्चों की अद्यतन स्थित को भी बताएंगे।
परिजनों से मिली आपदा विभाग की टीम
इधर, यूक्रेन व रोमानिया में फंसे छात्रों के परिजनों से डीएम के निर्देश पर आपदा विभाग की टीम मुलाकात की। साथ ही उनसे बातचीत कर सरकार द्वारा राहत के लिए किये जा रहें उपाय को बताया। साथ ही उनसे भी उनके बच्चों के संबंध में जानकारी ली।
यह भी जाना कि कौन परिजन अपने बच्चों के संपर्क में है। टीम आगे भी बच्चों के परिजनों से संपर्क कर उनके परिजनों से मुलाकात करेगें।
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