
[ad_1]
चैंबर ऑफ कॉमर्स की बैठक में बंदी को लेकर ऐलान करते सदस्य।
मुजफ्फरपुर शहर के तिलक मैदान रोड के जर्दा-परचून व्यवसायी गोविंद ड्रोलिया के हत्या से शहर के व्यवसायियों में पुलिस के प्रति आक्रोश व्याप्त हो गया है। व्यवसायियों ने पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष पुरुषोत्तम लाल पोद्दार ने 25 फरवरी को मुजफ्फरपुर बंद का एलान कर दिया है। तीन दिनों का पुलिस को अल्टीमेटम दिया गया है। इसके साथ ही मंगलवार से सभी व्यवसाई इस हत्या के विरोध में काला बिल्ला लगाकर काम करेंगे।
24 फरवरी की शाम चेम्बर ऑफ कॉमर्स से कैंडल मार्च निकाला जाएगा। जो शेरपंजा टावर होते हुए फिर चेंबर ऑफ कॉमर्स तक आकर समाप्त हो जाएगा। अगर इन तीन दिनों में पुलिस ने अपराधियों को गिरफ्तार नहीं किया तो शहर में व्यापक आंदोलन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि व्यवसायी वर्ग में इस हत्या को लेकर और पुलिस की शिथिलता के चलते काफी आक्रोश है। बार-बार पुलिस से सुरक्षा की मांग की जाती है। गश्ती बढ़ाने को कहा जाता है। लेकिन, पुलिस वाले व्यवसाइयों को ही सलाह देते हैं कि चौकिदार रख लीजिये।
उन्होंने कहा कि अगर हम चौकीदार रख लें। खुद रखवाली करने लगे। तो पुलिस वाले क्या करेंगे। उन्हें तनख्वाह इसी बात की मिलती है कि पब्लिक की सुरक्षा करें। अगर ये काम भी उनसे ठीक से नहीं हो रहा है तो फिर क्या फायदा।
पुलिस के इसी रवैये के कारण आज व्यवसायी की सरेशाम हत्या हो रही है। सुरक्षा और गश्ती के नाम पर पुलिस सिर्फ खानापूर्ति कर रही है।
बता दें कि रविवार देर शाम गोविंद ड्रोलिया अपनी पुरानी बाजार स्थित दुकान से घर आये थे। इसके बाद दाढ़ी बनवाने गए थे। वहां से स्कूटी से जैसे ही घर पहुंचे। बाइक सवार दो अपराधियों ने उन्हें पीछे से एक गोली मार दी।
गोली पीठ से होते हुए लंग्स को चीरती हुई आरपार हो गयी। अपराधी भाग निकले। परिजन उन्हें लेकर अस्पताल गए। जहां उनकी मौत हो गयी थी। घटना का कोई कारण अबतक स्पष्ट नहीं हुआ है। पुलिस सब्जी एंगल से जांच कर रही है।
[ad_2]