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इंटर की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन दो पालियों में कराने का विरोध शुरू हो गया है। इसे लेकर बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ ने कहा है कि 26 फरवरी से दो पालियों में उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन कराए जाने का निर्देश बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से दिया गया है। पहली पाली सुबह 8 से 2 बजे तक व दूसरी पाली 3 से रात 9 बजे तक होनी है।
संघ के अध्यक्ष केदारनाथ पांडेय, शत्रुघ्न प्रसाद सिंह व विनय मोहन ने कहा कि कॉपी मूल्यांकन में महिला शिक्षिकाओं की भागीदारी काफी संख्या में होती है। मूल्यांकन करने वे 60 से 70 किलोमीटर की दूरी तय करके जिला मुख्यालय पहुंचती हैं।
रात 9 बजे तक मूल्यांकन कराने से महिला शिक्षक कैसे घर पर सुरक्षित पहुंचेंगी। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष भी दो पालियों में मूल्यांकन का निर्देश दिया गया था। शिक्षकों के विरोध के बाद यह फैसला वापस लिया गया था।
बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के तिरहुत प्रमंडल के मीडिया प्रभारी डॉ. रवीश कुमार ने कहा, कई विषयों के शिक्षक दूसरे जिले में भी कॉपी मूल्यांकन के लिए प्रतिनियुक्त किए गए हैं। इसमें संगीत के शिक्षकों की संख्या अधिक है।
साथ ही नवम वर्ग की वार्षिक परीक्षा की तिथि 26 फरवरी से निर्धारित है। शहर के स्कूलों में मूल्यांकन कार्य होगा। वैसी स्थिति में वहां किस ढंग से परीक्षा का संचालन होगा? यह एक विकट प्रश्न है।
संघ ने कहा कि सीबीएसई की परीक्षा अप्रैल में निर्धारित है। इसके बाद विश्वविद्यालयों में नामांकन की प्रक्रिया होगी। ऐसे में बोर्ड को इतनी आपाधापी में परीक्षा से लेकर मूल्यांकन कराने की जल्दबाजी समझ में नहीं आती है। संघ ने कहा है कि प्रधनाध्यापकों, मूल्यांकन निदेशकों, महिला शिक्षिकाओं व संगीत शिक्षकों को राहत मिल सके।
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