[ad_1]
मुजफ्फरपुर में मौके पर पहुंची प्रशासन और पुलिस की टीम।
मुजफ्फरपुर जिले में हाल के दिनों में लगातार बाल विवाह करने के मामले सामने आ रहे हैं। हालांकि जिला प्रशासन और बाल संरक्षण इकाई की टीम के द्वारा इसे रोका गया है। हाल में पांच जगहों पर बाल विवाह के मामले को प्रशासन ने रुकवाया है।
सोमवार को फिर एक बाल विवाह को रोका गया। मामला अहियापुर थाना क्षेत्र का है। आज 14 वर्षीय किशोरी की शादी होने वाली थी। लेकिन, सही समय पर पहुंची प्रशासन, पुलिस और बाल संरक्षण इकाई की टीम के द्वारा इसे रोक लिया गया।
SDO पूर्वी ज्ञान प्रकाश ने बताया कि किशोरी की शादी की सूचना मिली थी। इस पर फौरन संज्ञान लिया गया। मुशहरी CO सुधांशु शेखर और अहियापुर पुलिस को मौके पर जाकर कार्यवाही करने का निर्देश दिया गया। टीम ने वहां पहुंचकर आसपास के लोगों और ग्रामीणों को समझाकर बाल विवाह को रुकवाया।
दरभंगा से आ रही थी बारात
बारात दरभंगा से आने वाली थी। सब तैयारियां हो चुकी थी। पंडाल सज गया था। पकवान बनाये जा रहे थे। घर मे शादी की खुशी थी। इसी दौरान प्रशासन की टीम वहां पहुंचती है। जिसे देखते ही हर कोई स्तब्ध रह जाता है। किशोरी के माता-पिता और आसपास के लोगों के साथ बैठकर बातचीत व पूछताछ की गई।
उन्हें बाल विवाह की कुरीतियों से अवगत कराया गया। यह कानून की नजर में एक अपराध है। ये भी बताया गया। कानूनी कार्रवाई की बात कही गयी। काफी देर समझाने के बाद परिजन शादी नहीं करने को तैयार हुए।
नुकसान की बात बोल रोने लगे परिजन
CO ने बताया कि परिजन काफी उदास हो गए थे। वे लोग रोते हुए लाखों रुपए के नुकसान की बात कहने लगे। पंडाल, हलुवाई समेत अन्य शादी के रस्म में काफी रुपए खर्च होने की बात कही। परिजन काफी देर तक अपने निर्णय पर अड़े रहे।
लेकिन, समझा-बुझाकर किसी तरह उन लोगों को इस शादी को रोकने के लिए तैयार किया गया। स्थानीय बुजुर्गों और कुछ बुद्धिजीवियों ने भी प्रशासन की टीम का साथ दिया। तब जाकर बाल विवाह को रुकवाया गया।
[ad_2]