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जमीन से शराब निकलवाती पुलिस।
मुजफ्फरपुर जिले में उत्पाद विभाग की टीम से अलग-अलग जगहों पर शराब बरामदगी और धंधेबाज़ों की धर पकड़ को लेकर व्यापक पैमाने पर विशेष अभियान चलाया। शाम से लेकर देर रात तक एक दर्जन जगहों पर अभियान चलाया गया।
इस दौरान मिठनपुरा थाना के कन्हौली में एक लीची बगान से भारी मात्रा में शराब बरामद हुई। उक्त शराब को जमीन के अंदर गारकर रखा गया था।
उत्पाद विभाग के जवानों ने कुदाल से जमीन खोदकर शराब की 98 बोतलों को निकाला। वहां से धंधेबाज़ सुनील राम को गिरफ्तार किया गया। उत्पाद इंसेक्टर कुमार अभिनव ने बताया कि उक्त शराब सुनील ने मंगवाई थी। इसे जमीन में गारकर रखा था। वह होम डिलीवरी भी करता था।
ऑर्डर लेने के बाद जमीन के अंदर से शराब की बोतल निकालकर ग्राहकों को बेचता था। वह कहां से और किससे शराब खरीदता था। इसका पता भी लगा है। इसी आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है। सुनील के खिलाफ अभियोग दर्ज कर रविवार को जेल भेजा जाएगा।
देसी शराब बनाने का धंधा
उत्पाद टीम ने मुशहरी इलाके में भी छापेमारी की। वहां देसी शराब की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया। मौके से देसी शराब बनाने की मशीन, चुलाई शराब, 160 लीटर गुड़ मिश्रित तरल पदार्थ भी जब्त किया।
जिसे ध्वस्त कर दिया गया। साक्ष्य और जांच के लिए कुछ नमूने रख लिए गए। हालांकि वहां से किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी। टीम के पहुंचते ही धंधेबाज़ फरार हो गए। उत्पाद इंस्पेक्टर ने बताया कि देसी शराब कौन बनाता है। उसका नाम सामने आ गया है। उसकी तलाश में रेड की जा रही है।
अधिवक्ता हत्याकांड का आरोपी भी शामिल
मनियारी में टीम ने छापेमारी कर शराब के नशे में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनकी पहचान लालू सहनी, परमानंद सहनी, आनन्दी सहनी और अवधेश के रूप में हुई है। इन्हें रविवार को जेल भेजा जाएगा।
सिविल कोर्ट के अधिवक्ता सुशील कुमार ने बताया कि परमानंद सहनी हत्या का भी आरोपी है। वर्ष 2013 में अधिवक्ता राम कुमार ठाकुर की हत्या मनियारी में हुई थी। वे कोर्ट से घर लौट रहे थे। उसी दौरान रास्ते मे गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गयी थी। इसी मामले में परमानन्द भी आरोपी था।
लेकिन, उसकी गिरफ्तारी नहीं हुई। हालांकि, मनियारी पुलिस ने अभी इससे अनभिज्ञता जताई है। जांच की बात कही गयी है।
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