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मामले में कुल 15 लोगों की संलिप्तता सामने आई, जिसकी जांच नगर थाना पुलिस कर रही है।
मुजफ्फरपुर में पंजाब नेशनल बैंक के ग्राहकों के 5 करोड़ रुपए से ज्यादा फर्जी निकासी के मामले की जांच ईडी करेगी। ईडी की असिस्टेंट डायरेक्टर पूनम बाला ने मुजफ्फरपुर नगर थानाध्यक्ष को पत्र लिखकर पंजाब नेशनल बैंक से जुड़े मामले की पूरी रिपोर्ट तलब की है।
साथ ही बीएसएनएलकर्मी संतोष आनंद समेत 15 लोगों की कुंडली मांगी है। इनमें संतोष आनंद, प्रभात रंजन, मोहम्मद जफर इकबाल, मंजय कुमार सिंह, मुकेश शर्मा, कुंदन कुमार, आरके ठाकुर, नितीश कुमार सिंह, राजेश कुमार सिंह, वजफ, समीर दा उर्फ समीर दास, मो।शाहिद, मो।शाहिल, मो।शादिक, दिलीप मंडल शामिल हैं।
बता दें कि पंजाब नेशनल बैंक घोटाला मामले की हाईकोर्ट में सुनवाई चल रही है। मामला बीते साल का है। बीएसएनल के सेवानिवृत्त चतुर्थवर्गीय कर्मचारी रामदेव राम के अकाउंट से चार बार में 5-5 लाख की निकासी 29 जून 2021 को एक ही दिन की गई। अगले दिन फिर 30 जून को 2 लाख 40 हजार यानी कुल 22 लाख 40 हजार की अवैध निकासी की गई।
रामदेव राम का बचत खाता पीएनबी के जवाहरलाल रोड में है। जो इनके मोबाइल नंबर से भी जुड़ा हुआ है। साइबर अपराधियों ने हाई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हुए 24 जून की दोपहर 2बजे रामदेव राम बीएसएनएल मोबाइल का नेटवर्क गायब कर दिया।
अगले दिन 25 जून को बीएसएनएल में काउंटर नंबर 3 पर रामदेव राम पहुंचे तो संतोष आनंद द्वारा बताया गया कि आपका सिम खराब हो गया है। नया सिम लेना होगा। रामदेव राम के आधार कार्ड की फोटो कॉपी लेकर नया सिम दे दिया गया। कहा गया कि शाम 6 बजे चालू हो जाएगा। शाम 6 बजे नेटवर्क आ गया।
28 जून को मोबाइल नेटवर्क फिर गायब हो गया। अगले दिन फिर संतोष आनंद ने दूसरा सिम कार्ड रामदेव राम को दिया। लेकिन नेटवर्क नहीं आया तो संतोष आनंद द्वारा बताया गया था आपका सिम कार्ड डिस्कनेक्ट हो गया है।
इसी बीच में हुई अवैध निकासी को लेकर टाउन थाना में अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई। मामला एसएसपी तक पहुंचा।
इसके बाद कई अन्य पीएनबी के ग्राहकों के अकाउंट से 5 करोड़ की अवैध निकासी का खुलासा हुआ। जांच का दायरा बढ़ता गया तो पुलिस ने पीएनबी अधिकारी नीतीश कुमार समेत कई लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा।
15 लोगों की संलिप्तता पूरे मामले में आई है। जिसकी जांच नगर पुलिस कर रही है। अब ईडी के असिस्टेंट डायरेक्टर ने चिन्हित किए गए 15 संदिग्धों का पैन नंबर, पूरा पता, आधार नंबर, वोटर आईडी, पासपोर्ट समेत अन्य तमाम दस्तावेज की जानकारी मांगी है।
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