Home Entertainment TMKOC: जब धूप में खड़ी दिखाई दीं बबीता जी, तो जेठा जी ने किया ऐसा काम, देखिए एक मजेदार VIDEO

TMKOC: जब धूप में खड़ी दिखाई दीं बबीता जी, तो जेठा जी ने किया ऐसा काम, देखिए एक मजेदार VIDEO

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TMKOC: जब धूप में खड़ी दिखाई दीं बबीता जी, तो जेठा जी ने किया ऐसा काम, देखिए एक मजेदार VIDEO

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Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah: पॉपुलर फैमिली कॉमेडी शो ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा (Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah)’ टीवी पर पिछले एक दशक से राज कर रहा है, जिसे हर उम्र के लोग देखना पसंद करते हैं. शो में ‘जेठालाल’ और ‘बबीता जी’ (Jethalal-Babita ji) के किरदार को काफी पसंद किया जाता है. बबीता जी के लिए जेठालाल का प्यार किसी से छिपा नहीं है. बबीता जी कहीं पर भी हों, जेठालाल वहां पहुंच ही जाते हैं. इस बार भी पहुंच गए, जब बबीता जी धूप में खड़ी-खड़ी गर्मी से बेहाल हुए जा रही थीं. तभी बैकग्राउंड से आवाज आती है- “हाय मैं मर जाऊं…” यानी बबीता जी को देखते ही जेठा जी की एंट्री.

मार्च में ही जून जैसी गर्मी से परेशान लोगों को यह एपिसोड काफी मजेदार लग सकता है. इन दिनों तापमान के तेजी से बढ़ने से लोग जिस तरह परेशान हो रहे हैं, कुछ वैसा ही नजारा हमें इस एपिसोड में भी देखने को मिला. दोपहर की जलती गर्मी में जब बबीता जी अपने घर से बाहर निकलीं, तो रूमाल से अपना पसीना पोंछती नजर आईं. अब बबीता जी परेशान हों तो जेठालाल जी चैन से कैसे बैठ सकते हैं. जेठालाल जी तुरंत पहुंच जाते हैं बबीता जी के पास और उनसे आसमान में तप रहे सूरज की तरफ से सॉरी भी बोलने लगते हैं.

बबीता जी को धूप से बचाने के लिए जेठा जी परेशान
जेठा जी आसमान में सूरज की तरफ देखते हुए कहते हैं कि, “क्या सूरज दादा, सर्दी के मौसम में तो इतनी गर्मी मत दिखाइए? देखिए धूप में बबीता जी कितनी लाल-लाल हो गई हैं.” इस पर बबीता जी कहती हैं कि यही तो खासियत है हमारी मुंबई की, ठंडी के मौसम में भी गर्मी तो होती ही है.” इसके बाद जेठालाल बबीता जी को धूप से बचाने की तरकीब सोचते हैं कि तभी उनके दिमाग में एक सॉलिड आइडिया आता है.

जेठालाल निकालते हैं ये तरकीब
जेठा जी सोसाइटी के बीच खड़े होकर जोर-जोर से पोपटलाल (Popatlal) को आवाज देते हैं और उनसे तुरंत नीचे आने को कहते हैं. मालूम है कि पोपटलाल मतलब छाता भी. पोपटलाल जैसे ही नीचे आए तो जेठा जी उनसे तुरंत छाता खुलवाकर बबीता जी के ऊपर लेकर खड़े हो जाते हैं. बबीता जी तो खुश हो जाती हैं, लेकिन पोपटलाल हक्के बक्के रह जाते हैं. वह जेठालाल से पूछते हैं कि अगर तुम्हें छाता ही चाहिए था, नीचे से ही मांग लेते, एकदम से तुरंत नीचे बुलाने की क्या जरूरत थी. कुल-मिलाकर इस एपिसोड ने भी दर्शकों का खूब मनोरंजन किया.

टैग: दिलीप जोशी, Jethalal, मुनमुन दत्ता, Tarak mehta ka ooltah chashmah

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