Home Entertainment Pankaj Tripathi: कालीन भईया को है मलाल, बोले-‘पहले OTT होता तो 47 साल इंतजार नहीं करना पड़ता’

Pankaj Tripathi: कालीन भईया को है मलाल, बोले-‘पहले OTT होता तो 47 साल इंतजार नहीं करना पड़ता’

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Pankaj Tripathi: कालीन भईया को है मलाल, बोले-‘पहले OTT होता तो 47 साल इंतजार नहीं करना पड़ता’

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पंकज त्रिपाठी (पंकज त्रिपाठी) एक ऐसे जमीन से जुड़े कलाकार हैं जिसे लंबे संघर्ष के बाद सफलता हासिल हुई है. गुरुवार को मुंबई में जब ओटीटी प्ले प्रीमियम की लॉन्चिंग हुई तो एक्टर को खास तौर पर आमंत्रित किया गया था. कालीन भईया के नाम से फेमस  पंकज का कहना है  कि ओटीटी के आने से वह सम्मान मिल रहा है जिसके वह हकदार हैं. कहानियों में बदलाव आना शुरू हो गया है. जब ओटीटी इंडिया में नया नया था तो लोग इसे टेलीविजन के रुप में देखते थे लेकिन अब हम महसूस कर रहे हैं कि इसकी पहुंच हमारी कल्पना से भी परे है.

पंकज ने आगे कहा कि ‘अगर ओटीटी पहले मौजूद होता को मैं अपने करियर में बहुत जल्दी आगे बढ़ जाता और मुझे 47 तक इंतजार नहीं करना पड़ता. ओटीटी के साथ एक बड़ा फायदा है कि आपके पास बहुत समय है. साइड एक्टर्स को भी पहचान मिलती है क्योंकि उन्हें भी काफी समय दिया जाता है. एक्टर्स के लिए संघर्ष काफी हद तक कम हुआ है. यहां केवल एक जरूरत है कि आपके एक्टिंग आनी चाहिए. मेरे सारे दोस्त बिजी हैं, सब काम कर रहे हैं’.

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पंकज त्रिपाठी ने फिल्म ‘रन’ से डेब्यू किया था. (Instagram/pankajtripathi)

सिनेमा-ओटीटी साथ चलते रहेंगे
ओटीटी प्लेटफॉर्म ने कई आम कलाकारों को खास बनाया है. पंकज फिल्मों और ओटीटी पर दोनों पर काम कर रहे हैं. जब उनसे पूछा गया कि फिल्मों और ओटीटी में क्या अंतर हैं तो उन्होंने कहा कि ‘ओटीटी  के आने से सिनेमा पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा. दोनों एक साथ रहेंगे, ठीक वैसे ही जैसे हम कोई त्योहार मनाते हैं तो उसमें लोग सामूहिक रुप से शामिल होते हैं. थियेटर में बॉस और कर्मचारी एक साथ बैठकर फिल्म देखता है और दोनों उतना ही एन्जॉय करते है. इससे खूबसूरत जगह कहां देखने को मिलेगी.’

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ओटीटी ने नए एक्सपेरिमेंट को मौका दिया है
ओटीटी और सिनेमा के तुलना पर पंकज का कहना है कि कई बार अच्छा सिनेमा लोगों तक नहीं पहुंच पाता है. जबकि ओटीटी पर जब चाहे जहां मनपसंद चीजें देख सकते हैं. ओटीटी में जिसका काम अच्छा है तो वह खुद ही फेमस हो जाएगा. ओटीटी ढेर सारे एक्सपेरिमेंट के लिए मौका दे रहा है और आगे भी देगा’.

टैग: ओटीटी प्लेटफॉर्म, पंकज त्रिपाठी

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