Home Entertainment Exclusive: फिल्‍मों में जेंडर पे गैप पर बोलीं यामी गौतम- अब ऑड‍ियंस एक्‍टर-एक्‍ट्रेस नहीं, कंटेंट देखती है

Exclusive: फिल्‍मों में जेंडर पे गैप पर बोलीं यामी गौतम- अब ऑड‍ियंस एक्‍टर-एक्‍ट्रेस नहीं, कंटेंट देखती है

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Exclusive: फिल्‍मों में जेंडर पे गैप पर बोलीं यामी गौतम- अब ऑड‍ियंस एक्‍टर-एक्‍ट्रेस नहीं, कंटेंट देखती है

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बॉलीवुड एक्‍ट्रेस यामी गौतम धर (Yami Gautam Dhar) इन द‍िनों अपनी वेब सीरीज ‘ए थर्स्‍डे’ (A Thursday) को लेकर लगातार खबरों में बनी हुई हैं. यामी को उनकी इस फिल्‍म के लिए काफी तारीफें म‍िल रही हैं. ये फिल्‍म मह‍िलाओं के साथ होने वाले दुष्‍कर्म और स‍िस्‍टम में उनकी होती अनसुनी जैसे मुद्दे को सामने रखती है. ऐसे में अंतरराष्‍ट्रीय मह‍िला द‍िवस (International Woman’s Day 2022) पर यामी गौतम ने News18 ह‍िंदी ड‍िज‍िटल के साथ एक्‍सक्‍लूस‍िव बातचीत की और फिल्‍मों में मह‍िलाओं के ल‍िए बदलते नजर‍िए और पैदा होते नए अवसरों के बारे में बात की. इसके साथ ही यामी ने बताया कि न‍िर्देशक आद‍ित्‍य धर के साथ शादी करने के बाद उनके फिल्‍मों को देखने के नजरि‍ए में क‍ितना बदलाव आया है.

फिल्‍मों में एक्‍टर्स और एक्‍ट्रेसेस को म‍िलने वाले फीस के पैसे में एक भारी अंतर है और पिछले कुछ सालों से ‘जेंडर पे गेप’ पर लगातार बातें हो रही हैं. ऐसे में फिल्‍मों में जेंडर पे गेप पर बात करते हुए यामी गौतम ने कहा, ‘देखिए इस मुद्दे पर हाल ही में कुछ सालों में बात शुरू हुई है और बात शुरू हुई ही इसल‍िए है क्‍योंकि इस मामले पर अब अवेयरनेस आने लगी है. हो सकता है, इससे पहले भी बातें होती हों, लेकिन अब लोग खुलकर इन मामलों पर बात करने लगे हैं. ऐसा नहीं है कि पहले फीमेल लीड या इस तरह की फिल्‍में नहीं आती थीं, मदर इंडिया आई है. श्रीदेवी, स्‍म‍िता पाट‍िल, वहीदा रहमान, नूतन इतनी एक्‍ट्रेसेस हैं, ज‍िन्‍होंने अपनी एक लेगेसी तैयार की. आज भी आप उनका काम देख‍िए, हम लोग कुछ भी नहीं हैं उनके आगे. लेकिन आज वक्‍त बदल गया है, अब लोग इन मुद्दो पर बात कर रहे हैं कि हां हमारा रोल इंपॉर्टेंट है, हमारी फिल्‍म बाक्‍स ऑफिस पर अच्‍छा कर रही है, हमारी फिल्‍मों की तारीफ हो रही है तो फिर क्‍यों नहीं (बराबरी के पैसे द‍िए जाएं).’

यामी आगे कहती हैं, ‘हां एक समय था जब कहा जाता था कि आप स‍िर्फ एक गाने में हैं या आपका क‍िरदार छोटा है या ऑडियंस हीरो को देखकर आती है, लेकिन मुझे लगता है कि उस समय भी एक्ट्रेसेस बहुत अच्‍छा काम करती थीं. पर ये सही है कि हमें खुद को ज्‍यादा साबित करना पड़ता है कि हमारी फिल्‍म चल रही हैं. हो सकता है एक एक्‍टर को ये इतना साबित नहीं करना पड़ता ज‍ितना हमें करना पड़ता है. लेकिन अब अच्‍छी बात ये हो गई है कि अब ऑड‍ियंस बहुत मेच्‍योर हो गई है और वह अच्‍छा कंटेंट देखना चाहती है, चाहे हीरो हो या हीरोइन.’

बता दें कि यामी ने प‍िछले ही साल फिल्‍म ‘उरी’ के न‍िर्देशक आद‍ित्‍य धर से शादी की है. ऐसे में एक्‍ट्रेस से जब पूछा गया कि क्‍या अब फिल्‍में देखने और उन्‍हें समझने में उनका नजर‍िया कुछ बदला है. इसपर यामी गौतम ने कहा, ‘हम दोनों को फिल्‍मों का बहुत शौक है तो हमारा द‍िन जब खत्‍म होता है, तो हम साथ में कुछ जरूर देखते हैं. कुछ भी जॉनर हो, इससे फर्क नहीं पड़ता पर हम देखते हैं और फिर हम ड‍िस्‍कस भी करते हैं. एक बात आद‍ित्‍य मुझे और सभी एक्‍टरों को बोलते हैं कि एक एक्‍टर के तौर पर आप हमेशा एक डायरेक्‍टर की तरह सोच‍िए. क्‍योंकि जब आप एक्‍टर की तरह सोचते हैं तो आप स‍िर्फ अपने रोल, अपने क‍िरदार पर ध्‍यान देते हैं. पर एक फिल्‍म एक करेक्‍टर से नहीं बनती, वह सभी से बनती है. मुझे उनकी ये बात बहुत सही लगी. मैं भी अभी सीख रही हूं…’

टैग: एक गुरुवार, अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस, यामी गौतमी

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