Home Entertainment माता-पिता राजा चौधरी और श्वेता तिवारी के तलाक पर ऐसा था 12 साल की बेटी पलक तिवारी का रिएक्शन

माता-पिता राजा चौधरी और श्वेता तिवारी के तलाक पर ऐसा था 12 साल की बेटी पलक तिवारी का रिएक्शन

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माता-पिता राजा चौधरी और श्वेता तिवारी के तलाक पर ऐसा था 12 साल की बेटी पलक तिवारी का रिएक्शन

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Palak Tiwari: एक्ट्रेस श्वेता तिवारी को आज किसी परिचय की जरूरत नहीं है. उन्होंने अपनी मेहनत और टेलेंट के दम पर एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाई है. आज उनके करोड़ों फैंस हैं. सिर्फ टीवी शो में ही नहीं बल्कि श्वेता ने अपनी पर्सनल लाइफ में भी कम उतार-चढ़ाव नहीं देखे हैं. 19 साल की उम्र में श्वेता ने राज चौधरी (Raja Chaudhary) से शादी की थी और 21 साल की उम्र में श्वेता  (Shweta Tiwari) बेटी पलक की मां बनीं. दरअसल, ये बात है साल 1998 की जब 19 साल की श्वेता तिवारी  (Shweta Tiwari) ने राजा चौधरी के साथ शादी की थी. दोनों की मुलाकात श्वेता  (Shweta Tiwari) की एक दोस्त के ज़रिए हुई थी. जल्द ही, उनकी दोस्ती प्यार में बदल गई थी. कुछ महीनों के बाद, श्वेता और राजा ने शादी करने का फैसला किया. उस वक्त राजा अपने करियर को बनाने के लिए संघर्ष कर रहे थे तो वहीं, श्वेता का परिवार भी उनकी शादी के समर्थन में नहीं था. हालांकि, दोनों ने फिर भी शादी की. शादी के दो साल बाद श्वेता  (Shweta Tiwari) और राजा, बेटी पलक तिवारी (Palak Tiwari) के माता-पिता बनें. लेकिन कुछ साल बाद दोनों के रिश्ते में खटास आ गई थी और श्वेता घरेलू हिंसा की शिकार हो गई थीं. फिर साल 2012 में, राजा और श्वेता ने तलाक ले लिया.


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तलाक के बाद एक इंटरव्यू के दौरान, श्वेता तिवारी ने बेटी पलक के उनके तलाक पर रिएक्शन को लेकर बात की थी. श्वेता ने कहा था, ‘पलक, जो सिर्फ 12 साल की है, उसने अपने पिता द्वारा मुझ पर किए गए अत्याचारों को देखा है. उसके सामने उसने मुझे कई बार पीटा और परेशान किया. लेकिन, उसे हमेशा एक उम्मीद थी कि उसके पिता उससे प्यार करते हैं क्योंकि वो टेवी पर राजा को देखती है. उसने मेरे बारे में कई झूठे दावे किए कि मैं उसे अपनी बेटी से नहीं मिलने देती.’


श्वेता ने यह भी खुलासा किया था कि उन्होंने अपने दो घरों में से एक घर राजा को दिया था ताकि वह उनकी बेटी पलक से दूर रहे. ये पूछे जाने पर कि ‘क्या यह एक तरह का गुजारा भत्ता था?’ श्वेता ने इसपर जवाब दिया, ‘हां, लोग कहते हैं कि यह एक तरह का गुजारा भत्ता है, लेकिन तब कानूनी रूप से उनका प्रॉपर्टी पर उतना ही अधिकार था. यह सच है कि दोनों घर मेरी कमाई से खरीदे गए क्योंकि उसने कभी कोई पैसा नहीं कमाया. जबकि मैंने पैसा कमाने के लिए कड़ी मेहनत की. वो मेरी कमाई से प्रॉपर्टी खरीदने के लिए घूमता था, इसलिए उसने उन्हें हम दोनों के नाम पर करने पर जोर दिया’.


श्वेता तिवारी ने आगे कहा, ‘तलाक के दौरान, हमने उन्हें दो ऑप्शन दिए, या तो एक घर ले लो, जो हमारी बेटी पलक के भी नाम होगा. या एक घर ले लो जो उसी के नाम होगा और पलक से दूर रहना. उसने तुरंत बाद वाले ऑप्शन को चुना. वह हमारी लाइफ से दूर जाने के लिए एक घर लेना चाहता था और मैंने इस कीमत पर अपनी बेटी और खुद के लिए शांति खरीदी’. आपको बता दें कि हाल ही में श्वेता तिवारी की बेटी पलक तिवारी हार्डी संधु के साथ उनके म्यूज़िक वीडियो में नज़र आई थीं, जिसमें लोगों ने उन्हें खूब पसंद भी किया है.

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