Home Entertainment जायरा वसीम ने हिजाब को लेकर कही महिलाओं के हक की बात, बोलीं- ‘यह तो अन्याय है’

जायरा वसीम ने हिजाब को लेकर कही महिलाओं के हक की बात, बोलीं- ‘यह तो अन्याय है’

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जायरा वसीम ने हिजाब को लेकर कही महिलाओं के हक की बात, बोलीं- ‘यह तो अन्याय है’

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जायरा वसीम (Zaira Wasim) आखिरी बार फिल्म ‘द स्काई इज पिंक’ में नजर आई थीं. उन्होंने अब हिजाब को लेकर चल रहे विवाद के बीच अपनी राय व्यक्त की है. पूर्व एक्ट्रेस ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर कड़े शब्दों के साथ मुस्लिम महिलाओं के समर्थन में अपनी बात रखी है. वे पोस्ट में लिखती हैं, ‘चली आ रही यह धारणा कि हिजाब एक च्वॉइस है, बिल्कुल गलत है. यह धारणा सुविधा या अज्ञानता की वजह से बनी है.’

जायरा हिजाब को लेकर कहती हैं कि हिजाब कोई विकल्प नहीं है, बल्कि इस्लाम में एक दायित्व है. इसी तरह, एक महिला जो हिजाब पहनती है, वे उस दायित्व को पूरा कर रही है, जो उन्हें उस ईश्वर ने दिया है जिससे वे प्यार करती हैं और उनके प्रति समर्पित हैं.’

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जायरा वसीम ने हिजाब के मुद्दे पर अपने दिल की बात कही है.

जायरा वसीम: महिलाओं को परेशान किया जा रहा है
जायरा खुद का उदाहरण देते हुए कहती हैं, ‘मैं एक महिला के तौर पर आभार और विनम्रता के साथ हिजाब पहनती हूं, इस पूरे सिस्टम का विरोध करती हूं जहां महिलाओं को केवल एक धार्मिक प्रतिबद्धता की वजह से रोका और परेशान किया जा रहा है.’

जायरा वसीम ने शिक्षा और हिजाब को लेकर कही दिल की बात
जायरा कहती हैं, ‘मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ सोच को बढ़ावा देना और ऐसा सिस्टम बनाना, जहां उन्हें शिक्षा और हिजाब के बीच किसी एक को चुनना है या फिर इन्हें छोड़ना है, सरासर अन्याय है. आप उन्हें एक बहुत ही सीमित च्वॉइस के लिए मजबूर करने की कोशिश कर रहे हैं जो आपके एजेंडे को बढ़ावा देता है और फिर उनकी आलोचना करते हैं, जबकि वे आपके द्वारा बनाई गई चीजों में कैद हैं.’

जायरा वसीम: सशक्तिकरण के नाम पर हो रहा बुरा
जायरा आखिर में कहती हैं, ‘उन्हें अलग तरीके से चुनने के लिए प्रेरित करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है. यह उन लोगों के साथ पक्षपात नहीं है तो और क्या है जो इसके सपोर्ट में खड़े हैं? इन सबसे ऊपर, एक ऐसा मुखौटा बनाना कि यह सब सशक्तिकरण के नाम पर किया जा रहा है, और भी बुरा है, जबकि यह इसके बिल्कुल उलट है. यह बड़े दुख की बात है.’

टैग: हिजाब विवाद, ज़ायरा वसीम

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