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फिल्म निर्माता विवेक अग्निहोत्री (Vivek Agnihotri) ने फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ (The Kashmir Files) के जरिए खूब सुर्खियां बटोरी थीं. आखिर हो भी क्यों ना, उन्होंने फिल्म में 90 के दशक में हुए कश्मीरी पंडितों के पलायन और नरसंहार के बारे में बताया था, जिसके बारे में दशकों तक लोगों ने चुप्पी साध रखी थी. इससे उन्हें जहां काफी प्रशंसा मिली, तो वहीं उनकी आलोचना के साथ उन्हें कई धमकी भरे खत भी मिले थे. अब उन्होंने बताया है कि, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में ‘हिंदू आवाज’ पर अंकुश लगाया गया है.
दरअसल, विवेक अग्निहोत्री ने हाल ही में एक वीडियो के जरिए खुलासा किया है कि, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में होने वाला उनका कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है. उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर इसका एक वीडियो भी शेयर किया है, जिसके साथ उन्होंने लिखा है, “हिंदूफोबिक ऑक्सफोर्ड यूनियन के मंच पर एक और हिंदू आवाज पर अंकुश लगाया गया है. उन्होंने मेरा कार्यक्रम रद्द कर दिया है. वास्तव में, उन्होंने हिंदू नरसंहार और हिंदू छात्रों को रद्द कर दिया है, जो ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में अल्पसंख्यक हैं.”
यही नहीं, विवेक अग्निहोत्री ने ये भी आरोप लगाया है कि, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के यूनियन के अध्यक्ष एक पाकिस्तानी है, इसीलिए उनका कार्यक्रम रद्द किया गया. फिल्म निर्माता वीडियो में कहते नजर आ रहे हैं कि, उन्हें ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा 31 मई को एक भाषण देने के लिए आमंत्रित किया गया था. हालांकि, कार्यक्रम से कुछ घंटे पहले बताया गया कि, यह एक गलती थी और वे उनकी मेजबानी नहीं कर पाएंगे.
महत्वपूर्ण:
हिंदुफोबिक में एक और हिंदू आवाज पर अंकुश लगाया गया है @ऑक्सफोर्ड यूनियन.उन्होंने मुझे रद्द कर दिया है। वास्तव में, उन्होंने हिंदू नरसंहार और हिंदू छात्रों को रद्द कर दिया जो ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में अल्पसंख्यक हैं। राष्ट्रपति का चुनाव एक पाकिस्तानी है।
कृपया इस सबसे कठिन लड़ाई में मुझे साझा करें और मेरा समर्थन करें। pic.twitter.com/4mGqwjNmoB
— Vivek Ranjan Agnihotri (@vivekagnihotri) 31 मई 2022
उन्होंने कहा, “यह सब ईमेल पर पुष्टि की गई थी, लेकिन कुछ घंटे पहले उन्होंने कहा कि उन्होंने गलती की थी, दोहरी बुकिंग थी और वे आज मेरी मेजबानी नहीं कर पाएंगे. मुझसे पूछे बिना उन्होंने कार्यक्रम की तारीख बदलकर 1 जुलाई कर दी, क्योंकि उस दिन कोई छात्र नहीं होगा और तब कार्यक्रम करने का कोई मतलब नहीं रह जाएगा.”
इसी वीडियो में अग्निहोत्री ने यह भी खुलासा किया है कि, उन्हें कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में 30 मई को हुए सत्र को रिकॉर्ड करने की अनुमति नहीं दी गई. उन्होंने कहा, “यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर अंकुश लगाने जैसा है. कुछ पाकिस्तानी और कश्मीरी मुस्लिम छात्रों ने मेरे यूनिवर्सिटी में आने का विरोध किया. ऐसा इसलिए कि, मैं पीएम मोदी का समर्थन करता हूं.”
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