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तेजस्वी यादव
– फोटो : फेसबुक @तेजस्वी यादव
विस्तार
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के दावे के बाद बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्वीट करते हुए भाजपा पर निशाना साधा। तेजस्वी ने अपने ट्वीट में कहा कि याद करिए- 2017 में भी कथित 8000 करोड़ का लेन-देन, हजारों करोड़ का मॉल, सैंकड़ों संपत्तियां और अभी चंद महीनों पहले गुरुग्राम में अरबों का WhiteLand कंपनी का UrbanCube मॉल भी मिला था। आगे उन्होंने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि भाजपाई अब कथित 600 करोड़ का नया हिसाब लाने से पहले अपने सूत्रों को पुराने का तो हिसाब दे देते।
भाजपा पर लगाया अफवाह फैलाने का आरोप
तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि ‘भाजपा सरकार द्वारा सूत्रों के हवाले से इधर-उधर की भ्रामक अफवाह फैलाई जा रही है। भाजपा को खबर प्लांट करवाने की बजाय रेड के बाद हस्ताक्षर किए जाने वाले पंचनामे (Seizure List) की सूची ही सावर्जनिक कर देनी चाहिए, अगर हम इसे सार्वजनिक कर देंगे तो इन बेचारे नेताओं की क्या इज्जत रहेगी? सोच लो..’
भाजपा पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि ‘अगर लालू जी BJP से हाथ मिला लेते तो वो आज हिंदुस्तान के राजा हरीशचंद्र होते। तथाकथित चारा घोटाला दो मिनट में भाईचारा घोटाला हो जाता, अगर लालू जी का DNA बदल जाता।’
तेजस्वी यादव की यह प्रतिक्रिया प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा आज किए गए दावे के बाद आई है। ईडी ने अपने दावे में कहा था कि लालू प्रसाद और उनके परिवार के विभिन्न परिसरों में छापेमारी के दौरान एक करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी जब्त की गई है। ईडी ने यह भी बताया था कि छापेमारी के दौरान 600 करोड़ रुपये की अपराध से अर्जित की गई संपत्ति (Proceeds of Crime) का पता चला है।
प्रियंका गांधी ने भी दी प्रतिक्रिया
वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि नेता भाजपा सरकार विपक्ष की मुखर आवाजों से इतनी भयभीत क्यों है? सरकार सारे हथकंडे अपनाकर बस विपक्ष की न झुकने वाली आवाजों को दबाने की राजनीति कर रही है। बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर एजेंसियों की कार्रवाई इसी राजनीति से प्रेरित है। जनता सब देख रही है, इसका हिसाब लेगी।
ईडी ने लालू और परिजनों के 20 से अधिक ठिकानों पर की छापेमारी
गौरतलब है कि ईडी पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद के परिवार और उनके सहयोगियों के खिलाफ नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग (धन शोधन) के आरोपों की जांच कर रही है। ईडी ने शुक्रवार को दिल्ली में लालू प्रसाद के बेटे और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सहित उनके परिवार के अन्य सदस्यों से जुड़े कई स्थानों पर छापेमारी शुरू की थी। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जमीन के बदले नौकरी घोटाला मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के सिलसिले में लालू प्रसाद यादव की तीन बेटियों और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेताओं के ठिकानों समेत 20 से अधिक परिसरों पर छापा मारा है। ईडी ने लालू के समधी सपा नेता जितेंद्र यादव के गाजियाबाद स्थित आवास पर भी छापे की कार्रवाई की है।
सूत्रों के मुताबिक, छापे में 53 लाख नकद, 1,900 अमेरिकी डॉलर, 540 ग्राम सोना और 1.5 किलो सोने के आभूषण जब्त किए गए हैं। राजद नेता मनोज झा ने आरोप लगाया कि उनकी पार्टी के नेताओं के खिलाफ छापे बिहार में पिछले साल अगस्त में सरकार बदलने की प्रतिक्रिया हैं।
वर्ष 2004 से 2009 के बीच लालू के रेल मंत्री रहने के दौरान हुई थी गड़बड़ी
यह मामला, लालू प्रसाद के 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री रहते उनके परिवार को तोहफे में भूखंड मिलने या इसे काफी कम कीमत पर उन्हें बेचने के बदले रेलवे में नौकरी दिए जाने से संबंधित है। अधिकारियों ने बताया कि यह कार्रवाई पटना, फुलवारीशरीफ, दिल्ली-एनसीआर, रांची और मुंबई में बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद की बेटियों रागिनी यादव, चंद्रा यादव, हेमा यादव और राजद के पूर्व विधायक अबू दोजाना से जुड़े परिसरों पर की गई। लालू के छोटे बेटे व बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के दक्षिण दिल्ली स्थित एक घर पर भी छापा मारा गया। ईडी ने लालू के समधी जितेंद्र यादव के गाजियाबाद स्थित आवास पर भी कार्रवाई की।
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