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बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी ने कहा कि वहीं कुलपति के भ्रष्टाचार के मामले में मुख्य गवाह तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक भृगुनाथ प्रसाद का कल गया से औरंगाबाद तबादला कर दिया गया, जबकि उन्होंने कुलपति के लोगों की ओर से दबाव बनाये जाने की बात भी कही थी। उन्होंने मगध विश्वविद्यालय के कुलपति राजेंद्र प्रसाद की पटना हाईकोर्ट की ओर से अग्रिम जमानत याचिका रद्द किए जाने का उल्लेख करते हुए कहा कि अदालत के आदेश में भृगुनाथ प्रसाद के आरोप का जिक्र था।
सुशील मोदी ने कहा कि निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने 26 नवंबर 2021 को राज्यपाल को पत्र लिखकर उनके निजी सचिव विजय सिंह और लखनऊ के अतुल श्रीवास्तव सहित 27 लोगों पर भ्रष्टाचार से जुड़े आपराधिक मामले में अनुमति मांगी थी लेकिन आज तक वह अनुमति नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि इन घटनाओं से बिहार की उच्च शिक्षा की छवि खराब हो रही है। ऐसे में सरकार हस्तक्षेप कर राज्यपाल से मुलाकात कर अविलंब कार्रवाई करे।
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