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दरअसल, नेता प्रतिपक्ष सबसे पहले लकड़ी नवीगंज प्रखंड के बाला गांव पहुंचे थे। जहां उन्हें पता चला कि अभी इस मामले में तीन मरीज लोरिक मांझी, शंकर मांझी और जितेंद्र मांझी का सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है। जिसके बाद मरीजों से मिलने के लिए सिवान सदर अस्पताल के लिए निकल पड़े।
विजय सिन्हा के अस्पताल पंहुचने से थोड़ी देर पहले ही सदर अस्पताल के डॉक्टर ने इलाजरत तीनों मरीजों को डिस्चार्ज कर दिया। जब नेता प्रतिपक्ष को अस्पताल पहुंचे तो मरीजों के डिस्चार्ज होने की जानकारी मिली। इसके बाद वो भड़क गए। वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि जब वे बाला गांव पहुंचे तो अस्पताल ने मरीज को जानबूझ कर सदर अस्पताल में रोके रखा। जैसे ही उनके अस्पताल पंहुचने की खबर मिली मरीजों को रात में डिस्चार्ज कर दिया गया।
रिपोर्ट: दीनबंधु सिंह, सिवान
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