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राष्ट्रपति चुनाव का ऐलान हो चुका है। इसके साथ ही नए राष्ट्रपति को लेकर चर्चाओं का बाजार भी गर्म हैं। इन सबके बीच एक बार फिर इस चर्चा ने जोर पकड़ लिया है कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार भारत के नए राष्ट्रपति हो सकते हैं या नहीं? पहले भी कयास लगाए जा रहे थे कि भाजपा नीतीश को राष्ट्रपति चुनावों में उतार सकती है।
नीतीश कुमार के करीबी कहे जाने वाले श्रवण कुमार ने इन चर्चाओं को और बल दिया है। उन्होंने कहा है कि राष्ट्रपति बनने के लिए नीतीश में सभी गुण मौजूद हैं। अगर मौका मिलेगा तो वह जरूर राष्ट्रपति बनेंगे।
ललन सिंह ने कयासों पर लगाया विराम
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने इन कयासों पर विराम लगाया है। उन्होंने कहा है कि नीतीश कुमार बिहार की जनता की सेवा कर रहे हैं। राष्ट्रपति चुनाव को लेकर जो भी अटकलें हैं वे गलत हैं। नीतीश कुमार न तो राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हैं और ना ही वे राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं।
राज्यसभा जाना चाहते हैं नीतीश
कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार राज्यसभा जाना चाहते हैं। पार्टी नेताओं की मानें तो नीतीश कुमार ने अपने चैंबर में अनौपचारिक बातचीत में यह कहकर इन बातों को और हवा दे दी है। हालांकि, ललन सिंह के बयान के बाद से नीतीश के राष्ट्रपति बनने की चर्चाओं पर विराम लगा है।
जदयू सांसद ने भी किया राष्ट्रपति बनाए जाने का समर्थन
जदयू सांसद आलोक के. सुमन ने कहा कि अगर भाजपा गठबंधन (एनडीए) राष्ट्रपति पद के लिए सीएम नीतीश कुमार को चुनता है, तो हम इसे पसंद करेंगे। वह दूरदर्शी हैं और उनके पास काफी अनुभव है। वह 20 साल से राज्य चला रहे हैं। वह देश को विकास के पथ पर ले जाएंगे। मुझे लगता है कि उन्हें इस पद पर लाना अच्छा होगा।
18 जुलाई को होगा मतदान
इससे पहले निर्वाचन आयोग ने गुरुवार को घोषणा की थी कि राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए मतदान 18 जुलाई को होगा। इस चुनाव में निर्वाचक मंडल के 4,809 सदस्य सांसद और विधायक शामिल होंगे। इसके नतीजे 21 जुलाई को आएंगे। दरअसल, रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को पूरा हो रहा है। इसलिए 25 जुलाई को देश को नया राष्ट्रपति मिल जाएगा।
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