Home Bihar PM मोदी से दूर क्यों भाग रहे CM नीतीश? इस बेरुखी के पीछे की क्या है कहानी

PM मोदी से दूर क्यों भाग रहे CM नीतीश? इस बेरुखी के पीछे की क्या है कहानी

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PM मोदी से दूर क्यों भाग रहे CM नीतीश? इस बेरुखी के पीछे की क्या है कहानी

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पटना: 2023 में होने वाली जी-20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता भारत के पास है। इसे लेकर केंद्र सरकार ने राष्ट्रपति भवन में सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। लेकिन नीतीश कुमार शामिल नहीं हुए। इसके पहले गृह मंत्रालय की ओर से अमित शाह की अध्यक्षता में देश की आंतरिक सुरक्षा को लेकर बुलाई गई बैठक में भी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शामिल नहीं हुए। अब 30 दिसंबर को नमामि गंगे योजना के कार्यक्रम से भी नीतीश कुमार ने दूरी बना ली है। आपको बता दें कि इस कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों होना है।

PM के किसी कार्यक्रम में शामिल नहीं हो रहे नीतीश कुमार

केंद्र सरकार की ओर से ‘नमामि गंगे योजना’ के तहत कोलकाता में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम में पूर्वी क्षेत्रीय परिषद के सभी मुख्यमंत्रियों को आमंत्रित किया गया है और बताया जा रहा है कि इस क्षेत्र के लगभग सभी मुख्यमंत्री कार्यक्रम में शामिल होंगे। 30 दिसंबर 2022 को होने वाले इस कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करने वाले हैं। दरअसल, नमामि गंगे की यह योजना गंगा नदी को प्रदूषण मुक्त करने और नदियों को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से तैयार की गई है। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस कार्यक्रम से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दूरी बना ली है। हालांकि नीतीश कुमार ने कार्यक्रम में नहीं जाने का फैसला कर लिया है लेकिन इस कार्यक्रम में वह बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को कार्यक्रम में शामिल होने भेज रहे हैं। दिसंबर के महीने में ही कोलकाता में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुए पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक में भी बिहार सरकार की ओर से तेजस्वी यादव ने शिरकत की थी।

PM मोदी के सामने जाने की हिम्मत नहीं नीतीश में : सुशील मोदी

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बीजेपी को दो बार धोखा देने वाले नीतीश कुमार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने पड़ने की हिम्मत नहीं है। सुशील मोदी ने कहा कि G20 की अध्यक्षता भारत के पास है। अगले साल होने वाले G20 की तैयारियों को लेकर राष्ट्रपति भवन में बुलाए गए सर्वदलीय बैठक में भी जेडीयू और आरजेडी के नेता शामिल नहीं हुए थे। सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दो बार धोखा दिया है। इसलिए नीतीश कुमार में प्रधानमंत्री के सामने जाने की हिम्मत नहीं है।

सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नजरे चुरा रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार आने पर नीतीश कुमार प्रोटोकॉल के अनुसार उनका स्वागत नहीं करेंगे? क्या नीतीश कुमार केंद्र सरकार की उन बैठकों में शामिल नहीं होंगे, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद रहेंगे? सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार के इस रवैया से राज्य का नुकसान होगा और बिहार की छवि खराब होगी। लेकिन नीतीश कुमार को इसकी चिंता नहीं है। सुशील मोदी ने नीतीश कुमार को सलाह देते हुए कहा कि ऐसा अहंकार पूर्ण व्यवहार राजनीतिक जीवन के लिए सही नहीं है।
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कुर्सी बचाने के अलावा नीतीश को देश के सम्मान के कामों में अब कोई रुचि नहीं: डॉ. जायसवाल

बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और बेतिया सांसद डॉ. संजय जायसवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष को देश-राष्ट्र हित के कार्यों से कोई सरोकार नहीं है। न ही देश के सम्मान के कामों में इनकी ना कोई रुचि है, न ही किसी भी प्रकार का लगाव है। डॉ. संजय जयसवाल ने कहा कि नीतीश कुमार और ललन सिंह सिर्फ कुर्सी बचाने की जुगत मैं लगे रहते हैं।
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नीतीश कुमार ने देश के आंतरिक सुरक्षा को लेकर हुए बैठक से भी बनाई थी दूरी

आपको बता दें कि अक्टूबर 2022 में केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से दिल्ली में बुलाई गई आंतरिक सुरक्षा बैठक में भी बिहार के CM नीतीश कुमार शामिल नहीं हुए थे। अक्टूबर में दो दिनों तक आंतरिक सुरक्षा की बैठक हुई थी, जिसमें सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों और गृह मंत्रियों को आमंत्रित किया गया था। लेकिन इस बैठक में नीतीश कुमार के अलावा, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, ओडिशा के नवीन पटनायक, तमिलनाडु के एम.के. स्टालिन और झारखंड के हेमंत सोरेन ने इससे दूरी बनाए रखी थी। हालांकि इन राज्यों ने मुख्यमंत्रियों और गृह मंत्रियों की जगह मुख्य सचिव, डीजीपी या अन्य मंत्रियों को बैठक में शामिल होने के लिए भेजा था। इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आतंकवाद, सांप्रदायिक उग्रवाद, साइबर अपराध, नशीले पदार्थों और अन्य मुद्दों पर चर्चा की थी और राज्य के हर प्रतिनिधि से समन्वय की अपील की थी।
रिपोर्ट: नीलकमल

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