Home Bihar Patna Municipal Election: भाजपा की सीता में आस्था, माला को लाला का साथ, रजनी का राज या महजबीं माहिर?

Patna Municipal Election: भाजपा की सीता में आस्था, माला को लाला का साथ, रजनी का राज या महजबीं माहिर?

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Patna Municipal Election: भाजपा की सीता में आस्था, माला को लाला का साथ, रजनी का राज या महजबीं माहिर?

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कौन मनाएगा शुक्र...शुक्रवार को तय होगा कुर्सी का हकदार।

कौन मनाएगा शुक्र…शुक्रवार को तय होगा कुर्सी का हकदार।
– फोटो : अमर उजाला

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चार विधायकों जितनी शक्तिशाली पटना मेयर की कुर्सी पर कौन बैठेंगी, यह कुछ घंटे में तय हो जाएगा। तय तो 28 दिसंबर को पटना के वोटरों ने कर दिया, शुक्रवार को तो बस परिणाम सभी के सामने आना है। परिणाम बहुत कुछ कहेगा। ढेर सारे सवाल हैं। कोई छोटा नहीं। सवाल यह है कि लंबे समय से भाजपाई चेहरा मेयर की कुर्सी पर है, कुर्सी पर गैर-भाजपाई कब्जा तो नहीं होगा? सवाल यह भी है कि दलगत आधार पर चुनाव नहीं होने के बावजूद इसके लिए भाजपा ने सीता के प्रति ‘आंतरिक’ आस्था जताकर वोट डलवाए या नहीं? सवाल यह भी कि कायस्थ, जिन्हें बिहार में प्यार से लाला कहते हैं- भरोसा देकर भी माला के साथ गए या नहीं? सवाल यह कि सीता के सहयोग से डिप्टी मेयर बनने के बाद अब उन्हीं के सामने ताल ठोकने वाली रजनी का राज आएगा? यह भी कि कहीं हिंदू धर्म के 31 प्रत्याशियों के बीच वोट बंटवारे का फायदा उठाने में महजबीं तो माहिर नहीं निकलेंगी? कुछ घंटे में इन सभी सवालों का जवाब मिल जाएगा। और, इसी के साथ पार्षदों के अविश्वास प्रस्ताव के नाम पर साल-दो साल में हिलने वाली पटना के मेयर और डिप्टी मेयर की कुर्सी एक जगह जम जाएगी।

पांच शक्तियों के बीच महाशक्ति कौन?
इस बार मेयर के चुनाव में निवर्तमान मेयर सीता साहू, निवर्तमान डिप्टी मेयर रजनी देवी, वार्ड 44 की पार्षद माला सिन्हा, पूर्व मेयर अफजल इमाम की बीवी महजबीं के अलावा अंजू सिंह, अनुराधा चौधरी, आरती सिंह, कांति देवी, कुसुमलता वर्मा, नूतन कुमारी, पिंकी यादव, पुष्पलता सिन्हा, पुष्पा देवी, पूनम गुप्ता, बबीता कुमारी, विनीता कुमारी, मधु मंजरी, मुसर्रत परवीन, रजनी देवी, रत्ना पुरकायस्थ, रानी कुमारी, रीता रस्तोगी, रुचि अरोड़ा, विनीता सिंह उर्फ विनीता बिट्टू सिंह, विनीता वर्मा, वीणा कुमारी, वीणा देवी, श्वेता झा, श्वेता कुमारी, सरिता नोपानी, सुचित्रा सिंह, सोनी कुमारी, स्वाति कानोडिया और स्वाति अग्रवाल भी चुनाव मैदान में हैं। शुरुआती चार नामों के अलावा विनीता सिंह उर्फ विनीता बिट्टू सिंह ने जोर लगाया था, बाकी की ताकत पोलिंग एजेंट के रूप में हर बूथ पर नहीं दिखी तो ईवीएम के अंदर से भी शायद ही झांके।

डिप्टी का मुकाबला नजदीकी होगा
पटना में डिप्टी मेयर का चुनाव लड़कर जो आसानी से कुर्सी हासिल कर सकती थीं, उनमें से कई ने मेयर की कुर्सी पर ही दांव खेल दिया। यही कारण है कि डिप्टी मेयर पद को लेकर उदासीनता में नामांकन कमजोर रहा। इस पद के लिए अंजना गांधी, अंजू देवी, कंचन देवी, कुसुम देवी, गुड़िया कुमारी, डॉ. नीलम गुप्ता, तेजस्विनी ज्योति, बबीता देवी, मंजू कुमारी, ममता देवी, रानी कुमारी, रेखा कुमारी, रेशमी चंद्रवंशी, विभा देवी, सीमा कुमारी और सुनीता देवी ने नामांकन किया, लेकिन ताकत झोंकनी में कुछ ही प्रत्याशी आगे रहीं। इस पद का गणित काफी हद तक मेयर चुनाव पर निर्भर कर रहा है। अगर भाजपा ने सीता साहू को मेयर पद पर अंदर से सहयोग किया होगा तो रेशमी चंद्रवंशी का चांस बनेगा, वरना नजदीकी मुकाबले में कोई किसी पर भारी पड़ सकती हैं।

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चार विधायकों जितनी शक्तिशाली पटना मेयर की कुर्सी पर कौन बैठेंगी, यह कुछ घंटे में तय हो जाएगा। तय तो 28 दिसंबर को पटना के वोटरों ने कर दिया, शुक्रवार को तो बस परिणाम सभी के सामने आना है। परिणाम बहुत कुछ कहेगा। ढेर सारे सवाल हैं। कोई छोटा नहीं। सवाल यह है कि लंबे समय से भाजपाई चेहरा मेयर की कुर्सी पर है, कुर्सी पर गैर-भाजपाई कब्जा तो नहीं होगा? सवाल यह भी है कि दलगत आधार पर चुनाव नहीं होने के बावजूद इसके लिए भाजपा ने सीता के प्रति ‘आंतरिक’ आस्था जताकर वोट डलवाए या नहीं? सवाल यह भी कि कायस्थ, जिन्हें बिहार में प्यार से लाला कहते हैं- भरोसा देकर भी माला के साथ गए या नहीं? सवाल यह कि सीता के सहयोग से डिप्टी मेयर बनने के बाद अब उन्हीं के सामने ताल ठोकने वाली रजनी का राज आएगा? यह भी कि कहीं हिंदू धर्म के 31 प्रत्याशियों के बीच वोट बंटवारे का फायदा उठाने में महजबीं तो माहिर नहीं निकलेंगी? कुछ घंटे में इन सभी सवालों का जवाब मिल जाएगा। और, इसी के साथ पार्षदों के अविश्वास प्रस्ताव के नाम पर साल-दो साल में हिलने वाली पटना के मेयर और डिप्टी मेयर की कुर्सी एक जगह जम जाएगी।

पांच शक्तियों के बीच महाशक्ति कौन?

इस बार मेयर के चुनाव में निवर्तमान मेयर सीता साहू, निवर्तमान डिप्टी मेयर रजनी देवी, वार्ड 44 की पार्षद माला सिन्हा, पूर्व मेयर अफजल इमाम की बीवी महजबीं के अलावा अंजू सिंह, अनुराधा चौधरी, आरती सिंह, कांति देवी, कुसुमलता वर्मा, नूतन कुमारी, पिंकी यादव, पुष्पलता सिन्हा, पुष्पा देवी, पूनम गुप्ता, बबीता कुमारी, विनीता कुमारी, मधु मंजरी, मुसर्रत परवीन, रजनी देवी, रत्ना पुरकायस्थ, रानी कुमारी, रीता रस्तोगी, रुचि अरोड़ा, विनीता सिंह उर्फ विनीता बिट्टू सिंह, विनीता वर्मा, वीणा कुमारी, वीणा देवी, श्वेता झा, श्वेता कुमारी, सरिता नोपानी, सुचित्रा सिंह, सोनी कुमारी, स्वाति कानोडिया और स्वाति अग्रवाल भी चुनाव मैदान में हैं। शुरुआती चार नामों के अलावा विनीता सिंह उर्फ विनीता बिट्टू सिंह ने जोर लगाया था, बाकी की ताकत पोलिंग एजेंट के रूप में हर बूथ पर नहीं दिखी तो ईवीएम के अंदर से भी शायद ही झांके।

डिप्टी का मुकाबला नजदीकी होगा

पटना में डिप्टी मेयर का चुनाव लड़कर जो आसानी से कुर्सी हासिल कर सकती थीं, उनमें से कई ने मेयर की कुर्सी पर ही दांव खेल दिया। यही कारण है कि डिप्टी मेयर पद को लेकर उदासीनता में नामांकन कमजोर रहा। इस पद के लिए अंजना गांधी, अंजू देवी, कंचन देवी, कुसुम देवी, गुड़िया कुमारी, डॉ. नीलम गुप्ता, तेजस्विनी ज्योति, बबीता देवी, मंजू कुमारी, ममता देवी, रानी कुमारी, रेखा कुमारी, रेशमी चंद्रवंशी, विभा देवी, सीमा कुमारी और सुनीता देवी ने नामांकन किया, लेकिन ताकत झोंकनी में कुछ ही प्रत्याशी आगे रहीं। इस पद का गणित काफी हद तक मेयर चुनाव पर निर्भर कर रहा है। अगर भाजपा ने सीता साहू को मेयर पद पर अंदर से सहयोग किया होगा तो रेशमी चंद्रवंशी का चांस बनेगा, वरना नजदीकी मुकाबले में कोई किसी पर भारी पड़ सकती हैं।



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