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पटना. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय के संसद में दिए गए एक लिखित बयान में कहा गया है कि सरकार दलितों और आदिवासियों के अलावा अन्य सामाजिक समूहों की गिनती नहीं कराएगी. इस पर बिहार विधानसभा में नेता विपक्ष और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने कहा है कि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जातियों के साथ अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) की गणना के बिना बिहार में कोई जनगणना (Caste Census In Bihar) नहीं होने देंगे. उन्होंने बीजेपी पर सामाजिक न्याय विरोधी पार्टी होने का आरोप लगाया.
तेजस्वी यादव ने बुधवार को ट्वीट कर कहा, ‘बीजेपी घोर सामाजिक न्याय विरोधी पार्टी है. बिहार विधानसभा से जातिगत जनगणना कराने का हमारा प्रस्ताव दो बार सर्वसम्मति से पारित हो चुका है. लेकिन बीजेपी और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री राय ने लिखित में जातिगत जनगणना कराने से मना कर दिया है. बिना इसके बिहार में कोई जनगणना नहीं होने देंगे.’
बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में तेजस्वी यादव एक प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे जिसने पिछले साल अगस्त माह में दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी ताकि जातिगत जनगणना की मांग को लेकर केंद्र पर दबाव बनाया जा सके.
नेता विपक्ष तेजस्वी यादव का भी विचार था कि यदि केंद्र सहमत नहीं होता है तो राज्य सरकार को अपने संसाधनों से उक्त कवायद पर विचार करना चाहिए. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सैद्धांतिक रूप से इस राज्य विशेष कवायद पर सहमत हो गए हैं. लेकिन इसके तौर-तरीकों पर चर्चा करने के लिए एक सर्वदलीय बैठक में हिस्सा लेने की बीजेपी की कथित अनिच्छा से यह मामला अधर में लटका हुआ है. बाद में तेजस्वी ने नीतीश कुमार पर इस मामले में अपने पैर पीछे खींचने का आरोप लगाते हुए सवाल किया था कि विधानसभा में बीजेपी के सदस्यों के समर्थन सहित सर्वसम्मति से दो बार प्रस्ताव पारित किए जाने के बाद भी एक और बैठक की आवश्यकता कहां थी. (भाषा से इनपुट)
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पहले प्रकाशित : मई 04, 2022, 22:59 IST
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