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घायल मजदूर विनोद यादव झारखंड के कोडरमा जिले के डोमचांच थाना क्षेत्र के चौधरी डीह का रहने वाला है। बताया जाता है कि शारदा माइंस में अवैध खनन किया जा रहा था। चट्टानों को तोड़ने के लिए रात में डेटोनेटर लगाया गया था। सुबह में मजदूर माइंस में जुटे थे। इसी दौरान डेटोनेटर विस्फोट हो गया और विनोद उसकी चपेट में आ गया। विस्फोट होते ही माइंस में अफरातफरी मच गई। मजदूर जान बचाने के लिए भाग खड़े हुए।
कुछ देर बाद स्थिति सामान्य हुई तो मजदूर पुनः खदान पहुंचे तो देखा कि विनोद गम्भीर रूप से घायल अवस्था में तड़प रहा है। जिसके बाद वहां सनसनी फैल गई। आनन फानन में मजदूर को कोडरमा में भर्ती कराया गया। मजदूर की हालत चिंताजनक बनी हुई है। इधर, घटना के कई घण्टे बाद भी वन विभाग की टीम ने घटनास्थल पर जाना मुनासिब नहीं समझा।
वन विभाग की मिलीभगत से शुरू हुआ अवैध खनन
सूत्र बता रहे हैं कि वन विभाग की मिलीभगत से एकबार फिर शारदा माइंस में अवैध खनन शुरू किया गया है। अवधेश कुमार ओझा के डीएफओ रहते अवैध खनन पूरी तरह से बंद था। उन्होंने माफिया पर नकेल कस रखी थी। लेकिन उनके तबादले के बाद अभ्रक माफिया सक्रिय हो गए और वन विभाग के अधिकारियों से मिलीभगत कर अवैध खनन को शुरू कर दिया। दो दिन पहले जेसीबी के जरिए अवैध खनन किया गया। जानकारी वन विभाग के अधिकारियों तक भी पहुंची, लेकिन माफिया पर कार्रवाई नहीं की गई। अधिकारी की अनदेखी पर डेटोनेटर का भी प्रयोग होने लगा है।
फिर गरज सकती है बंदूकें
अवैध खनन शुरू होने से क्षेत्र की शांति व्यवस्था पर ग्रहण लगता दिख रहा है। माना जा रहा है कि एकबार फिर वर्चस्व की लड़ाई में बंदूकें गरज सकती हैं। ऐसे में वन विभाग की लापरवाही लोगों पर भारी पड़ सकती है। इस पूरे मामले पर डीएफओ राजीव रंजन ने कहा कि मामले की जानकारी अभी हमें प्राप्त नहीं हुई है। अगर शिकायत मिलती है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
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