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हिलसा अनुमंडलीय अस्पताल का हाल
इस चौंकाने वाले मामले के बाद स्वास्थ्य महकमे की दावों पर सवाल खड़े हो गए। मृतक युवक के परिजनों ने बताया कि हिलसा में पासवान टोली के रहने वाले अशोक पासवान के 30 वर्षीय दिव्यांग बेटे अमरजीत कुमार की तबीयत अचानक खराब हो गई थी। तुरंत ही परिजन आनन-फानन में ठेले पर उन्हें लेकर किसी तरह अस्पताल पहुंचे। हालांकि, यहां जांच के बाद डॉक्टरों ने अमरजीत को मृत घोषित कर दिया।
परिजन बोले- अस्पताल से नहीं मिली एंबुलेंस
युवक की मौत की खबर से परिजनों में कोहराम मच गया। वहीं परिजनों ने बताया कि डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों ने अमरजीत की मौत के बाद एम्बुलेंस भी उपलब्ध नहीं कराई और शव को ले जाने को कहने लगे। जब अस्पताल से कोई सहयोग नहीं मिला तो परिजन मजबूरी में शव को ठेले पर लेकर ही घर निकल गए। ये कोई पहला मामला नहीं है, सूबे में इसके पहले भी कई बार कंधे पर, खाट पर, रिक्शे पर शव ले जाने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं।
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जानिए अस्पताल के उपाधीक्षक ने क्या कहा
पूरे मामले में हिलसा अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. आरके राजू ने बताया कि एम्बुलेंस का अभाव पहले से ही है। इसके लिए वरिष्ठ अधिकारियों से मांग की गई है। यहां काफी मरीज आते हैं। पर्याप्त एम्बुलेंस नहीं होने से मरीजों को परेशानी होती है। यहां शव को ले जाने के लिए भी गाड़ी होनी चाहिए। फिलहाल यहां मात्र एक एम्बुलेंस उपलब्ध है। उससे ही काम चलाया जा रहा है।
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