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अखिलेश यादव और डिंपल यादव
– फोटो : Facebook/Dimple Yadav
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उत्तर प्रदेश की मैनपुरी लोकसभा सीट से सांसद मुलायम सिंह यादव के निधन से खाली हुई मैनपुरी लोकसभा सीट पर उपचुनाव होना है। चुनाव आयोग ने इसका कार्यक्रम भी घोषित कर दिया है। इस बीच, सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को इस सीट से चुनावी मैदान में उतारने का एलान किया है। इस बीच जनता दल यूनाइटेड ने भाजपा समेत सभी अन्य दलों से अपील की है कि वे मैनपुरी से लोकसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी की डिंपल यादव के खिलाफ उम्मीदवार ना उतारें। गौरतलब है कि सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव सदन में इस सीट का प्रतिनिधित्व करते थे। अब उनकी बहू डिंपल यादव चुनावी मैदान में हैं।
जदयू ने की अपील
अपील करते हुए जद (यू) के प्रवक्ता के सी त्यागी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव किसानों और मजदूर वर्ग के बड़े नेता थे। देश की राजनीति में उनके योगदान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित विभिन्न दलों के नेताओं ने स्वीकार किया है। उन्होंने कहा, “हम भाजपा और बसपा सहित सभी दलों से चुनाव नहीं लड़ने और डिंपल यादव का समर्थन करने की अपील करते हैं। यह मुलायम सिंह यादव को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।” उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने उन्हें अपना समर्थन दिया है।
मैनपुरी सीट पर नेताजी का रहा हमेशा दबदबा
मैनपुरी सीट पर नेताजी मुलायम सिंह यादव का हमेशा दबदबा रहा। चार अक्तूबर 1992 को मुलायम सिंह यादव ने सपा का गठन किया। इसके ठीक बाद उन्होंने मैनपुरी लोकसभा सीट पर 1996 में चुनाव लड़ा और जीता। नेताजी ने सैफई को जन्मस्थली तो वहीं मैनपुरी को हमेशा अपनी कर्मस्थली माना। चुनाव के दौरान कई मंचों से उन्होंने ये एलान भी किया। इसीलिए मैनपुरी की जनता हमेशा अपने नेता के साथ रही। मतदाताओं के सहयोग की दमभर ही 1996 से लेकर अब तक सपा मैनपुरी लोकसभा सीट पर काबिज है।
चुनाव आयोग ने जारी किया कार्यक्रम
सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मैनपुरी सीट पर उपचुनाव होने जा रहा है। इसके लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई है। नामांकन प्रक्रिया 17 नवंबर तक चलेगी। वहीं पांच दिसंबर को इस सीट पर मतदान होगा। इसके बाद आठ दिसंबर को नजीते भी आ जाएंगा।
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