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इस घटना के संदर्भ में मृतक के बहनोई ने बताया कि जब अपराधियों ने अपहरण कर उसे जहर देकर मारने की कोशिश की तो अंकित ने अपनी बहन को फोन भी किया। उसने फोन पर ही कहा कि मुझे बचा लो। यह लोग मुझे जहर देकर मार देंगे। इसके बाद बहन ने पूछा कि तुम अभी कहां हो तो उसने बताया कि हम चतरा गांव के वार्ड नंबर 3 में हैं।
इलाज के लिए ले जाते समय हुई मौत
इसके बाद मृतक के परिजन खजौली थाना पहुंचे और इस घटना की जानकारी दी। युवक की बताई हुई जगह पर पहुंचकर पहुंचा तो वहां पर अंकित कुमार जीवित अवस्था में मिला। उसके हाथ-पैर बंधे हुए थे। उसे खजौली अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां चिकित्सकों ने इलाज के लिए रेफर कर दिया। इलाज के लिए ले जाने के दौरान रास्ते में ही अंकित की मौत हो गई।
पिता जा रहे थे देवघर, बीच रास्ते से लौटे
मृतक के परिजनों ने बताया कि 1 महीने पूर्व से मृतक अंकित कुमार को फोन पर पैसे देने की धमकी भी मिल रही थी। उसने खजौली थाना में आवेदन भी दिया था। वहीं मृतक के पिता कल अपने घर से देवघर के लिए चले थे और रास्ते में ही पिता को अपने बेटे की मौत की खबर मिली तो वह आधे रास्ते से ही अपने घर के लिए लौट आए। पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। वहीं खजौली थाना मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए मधुबनी सदर अस्पताल भिजवा दिया है।
वहीं जब इस घटना के संदर्भ में खजौली थाना अध्यक्ष अजीत कुमार सिंह से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि मृतक के परिजनों की ओर से अभी आवेदन नहीं दिया गया है। आवेदन देने के बाद ही आगे की कोई कार्रवाई की जाएगी।
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